रक्षाबंधन पर इस बार भी भद्रा का साया, जानें राखी बांधने का सबसे शुभ मुहूर्त
नई दिल्ली। रक्षाबंधन इस साल 19 अगस्त को मनाया जाएगा और हर साल की तरह इस साल भी भद्रा इस त्योहार में बाधा डाल रही है। रक्षाबंधन के इस पर्व पर इस साल भी भद्रा का साया रहेगा और बहनें कई घंटों तक अपने भाई को राखी नहीं बांध पाएंगी। बहनें पूरे एक साल के इंतजार के बाद अपने भाई की कलाई पर राखी बांधकर उनकी दीर्घायु की प्रार्थना करता हैं और भाई भी उनकी रक्षा करने का वचन देते हैं। भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को संजोकर रखने वाला यह त्योहार सावन मास के आखिरी दिन यानी के सावन की पूर्णिमा को मनाया जाता है। इस साल श्रावण मास की पूर्णिमा 19 अगस्त को है। इस साल रक्षाबंधन के दिन सावन के आखिरी सोमवार का भी शुभ योग बना है। आइए आपको बताते हैं कि रक्षा बंधन की तिथि कब से कब तक रहेगी और भद्रा का साया कितने घंटे रहेगा।
रक्षाबंधन की तिथि कब से कब तक
रक्षाबंधन की चर्चा होते ही सबके दिमाग में भद्रा काल की चिंता सबसे पहले आती है। रक्षाबंधन श्रावण पूर्णिमा को मनाया जाता है और श्रावण पूर्णिमा इस बार 19 अगस्त को सुबह 2 बजकर 5 मिनट से शुरू होकर रात को 11 बजकर 56 मिनट पर समाप्त होगी। इसलिए उदया तिथि को मानते हुए रक्षाबंधन का पर्व 19 अगस्त को पूरे देश में धूमधाम से मनाया जाएगा।
भद्रा कब से कब तक रहेगी
रक्षाबंधन के दिन इस साल भद्रा काल सुबह 5 बजकर 53 मिनट से दोपहर 1 बजकर 31 मिनट तक रहेगा। हालांकि ज्योतिषियों का मानना है कि इस साल भद्रा का वास पाताल लोक में होगा, इसलिए यह बहुत अशुभ नहीं मानी जाएगी। ज्योतिषीय मान्यताओं के अनुसार जब भद्रा का वास पाताल या फिर स्वर्ग लोक में होता है तो यह धरतीवासियों को अधिक नुकसान नहीं पहुंचाती है। हालांकि भाई-बहनों को सलाह है कि भद्रा काल बीत जाने के बाद ही रक्षाबंधन का पर्व मनाना उत्तम होगा।
रक्षाबंधन पर राखी बांधने का सबसे शुभ मुहूर्त रक्षाबंधन पर भाइयों की कलाई पर राखी बांधने के लिए सबसे शुभ मुहूर्त दोपहर में 1 बजकर 32 मिनट से लेकर रात को 9 बजकर 8 मिनट तक रहेगा। यानी कि बहनों को कुल 7 घंटे 38 मिनट का समय राखी बांधने के लिए मिलेगा। रक्षाबंधन पर इस साल सर्वार्थ सिद्धि योग, शोभन योग और रवि योग का भी शुभ संयोग बना है। इस शुभ में राखी बांधने से भाई-बहन के रिश्ते में प्यार बढ़ता है और साथ ही दोनों के घर में सुख समृद्धि आती है।