‘कपड़े फाड़े,चप्पलें बरसाईं…दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर पीटा’,भीड़ की बर्बरता से बंगाल शर्मसार
नई दिल्ली। पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी का राज है,लेकिन यहां महिलाओं पर हैवानों को बिल्कुल भी ममता नहीं आ रही है। बंगाल में एक ही दिन दो जगहों पर दो महिलाओं को कथित तौर पर निर्वस्त्र करके इलाके में घुमाया गया था। ये मामला अभी शांत भी नहीं पड़ा कि अब दो और महिलाओं के ऊपर अत्याचार की नई तस्वीर सामने आई है। इन दो महिलाओं के साथ भीड़ ने इंसानियत की शर्मसार करते हुए बर्बरता दिखाई है।
बंगाल के मालदा में महिलाओं से बर्बरता
दो महिलाओं को निर्वस्त्र कर पीटा गया
बीच रास्ते में महिलाओं पर अत्याचार हुआ
दो महिलाओं की बेरहमी से पिटाई
जानकारी सामने आई है कि मालदा के पाकुआ हाट इलाके में बामनगोला पुलिस स्टेशन के सामने दो महिलाओं को भीड़ ने पकड़ लिया था। बताया जाता है कि ये दोनों महिलाएं आदिवासी थीं और उनके साथ ये खौफनाक घटना 19 जुलाई को हुई थी।
वीडियो में देखा गया है कि बहुत सारी महिलाएं इकट्ठी होकर दो महिलाओं को बुरी तरह से पीट रही हैं। किसी महिला ने थप्पड़ बरसाए, किसी ने अपनी चप्पलों से पिटाई कर डाली तो किसी महिला ने उन दो महिलाओं के कपड़े फाड़ दिए।
महिलाओं ने ही दो महिलाओं के कपड़े फाड़े
बर्बरतापूर्ण घटना में बड़ी बात ये है कि महिलाओं ने उन दो महिलाओं को बीच रास्ते पर निर्वस्त्र कर दिया। महिलाओं को उन महिलाओं की आबरू और इज्जत का बिल्कुल भी ख्याल नहीं रहा और कपड़े फाड़ते हुए दोनों महिलाओं को बहुत सारी महिलाएं एक साथ पीटती रहीं।
तमाशबीन बनी रही लोगों की भीड़
इस दौरान लोगों की भीड़ भी वहां मौजूद थी,लेकिन किसी ने न उन महिलाओं की इज्जत का ख्याल किया और न ही दोनों को किसी ने बचाया। इतना ही नहीं,कुछ लोग वहां आंखें फाड़कर खड़े हुए थे,तो कुछ लोग वीडियो बनाने में लगे थे, लेकिन उन महिलाओं को बचाने के लिए कोई आगे नहीं आया।
दो महिलाओं को पहले भी पीटा गया
इसके पहले भी बंगाल में दो महिलाओं को निर्वस्त्र करके घुमाया गया था। बीजेपी ने दावा करते हुए कहा कि 8 जुलाई को एक ही दिन में बंगाल के अलीपुर द्वार और वीरभूम में दो महिलाओं को नग्न करके घुमाया गया।
बीजेपी ने आरोप लगाए कि इन घटनाओं के वीडियो इसलिए नहीं सामने आ सके कि वहां मौजूद लोगों ने हाथों में बंदूकें ले रखी थीं। इन घटनाओं के बारे में जानकारी देते हुए बीजेपी सांसद लॉकेट चटर्जी प्रेस कॉन्फ्रेंस में ही रो पड़ी थीं।