गंगा में पलटी नाव,घायल,जानिए क्या है पूरा मामला
वाराणसी। प्रयागराज महाकुंभ स्नान के बाद शहर में पलट प्रवाह होने से चारों ओर भीड़ का आलम है और इस भीड़ का फायदा उठाने के लिए चारों ओर से श्रद्धालुओं एवं सैलानियों को लूटने में दलाल लगे हुए हैं। जहां भीड़ को ऑटो, रिक्शा, नाव सहित अन्य पर बैठा कर ओवरलोडिंग कर रहे हैं। जिसका जीता जागता उदाहरण शुक्रवार को देखा गया। जहां मान मन्दिर घाट पर गंगा में दो नाव आपस में टकरा गई और एक नाव पलट गई। जिसमें दर्जनों सैलानी मौजूद रहे। सूचना मिलते ही आसपास के स्थानीय लोगों ने एनडीआरएफ, जल पुलिस एवं पुलिस कंट्रोल रूम को सूचना दी और मदद के लिए दौड़ पड़े।
स्थानीय लोगों की माने तो लगातार ओवरलोडिंग का मामला सामने आता रहा। लेकिन पुलिस अपने कान और आंख दोनों को बंद कर अपनी मुस्तैदी का परिचय देने में या यूं कहें अपनी पीठ थपथपाने में जुटी रही।
पुलिस और पुलिस के काम दोनों पर ही सवाल खड़ा होता है कि पुलिस हमेशा भीड़ में लोगों के साथ दुर्व्यवहार करती हैं और घटना होने के बाद झूठ बोलती है। आज भी कुछ ऐसा हुआ। जबकि कोई ऐसी नाव ही नहीं चल रही। जिसमें मात्र छह सवारी बैठती हो।
मौके पर पुलिस के आलाधिकारी पहुंचकर जाँच पड़ताल में जुटे रहें।
अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. एस चन्नप्पा का कहना है की एक बड़ा नाव था। जिसमें 58 सैलानी सवार थे और छोटी नाव पर छः सैलानी बैठे थे। इस दौरान बड़ी नाव ने छोटी नाव से टकरा गई। जिसमें छोटी नाव पलट गई। उन्होंने बताया की जिनको सुरक्षित बाहर निकाल दिया गया है। उसमें से दो को चोट आई हैं। जिनको उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया और नाव चालक एवं उसके मालिक पर मुकदमा दर्ज करते हुए कार्रवाई की जाएगी।