परात को लेकर झगड़े में साधुओं ने की थी पुजारी की हत्या?अभी नहीं मिला सिर

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नई दिल्ली। राजस्थान के धौलपुर जिले के कंचनपुर थाना इलाके में 21 दिसंबर 2022 को चामण माता मंदिर के पुजारी महामुद्दीन उर्फ वहाबुद्दीन की निर्मम हत्या कर दी गई थी। इसके बाद शव के चार टुकड़े कर,बोरे में बांधा गया और नदी किनारे फेंक दिया गया। इस मामले में मुख्य आरोपी साधु को पुलिस ने उत्तर प्रदेश के मथुरा बस स्टैंड से गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के अनुसार,पकड़े गए साधु से मंदिर के मृतक पुजारी से का झगड़ा हो गया था, जिसकी वजह एक परात थी। इस लड़ाई के चलते उसने अपने साथी साधुओं के साथ मिलकर धारदार हथियार से पुजारी की हत्या कर दी और शव के पांच टुकड़े कर प्लास्टिक के दो बोरों में भर दिए। इसके बाद पार्वती (बामनी) नदी किनारे बीहड़ में फेंक कर फरार हो गए। मृतक पुजारी के शव के चार टुकड़े बरामद कर लिए गए हैं, लेकिन अभी तक सिर नहीं मिल सका है।

साधुओं ने की पुजारी की हत्या?
जानकारी के अनुसार, आरोपी साधु चामण माता मंदिर के पास बनी एक गुफा पर और दो साधुओं के साथ रहता था। हत्या के मामले में दो आरोपी अभी फरार बताए जा रहे हैं।

गौरतलब है कि कंचनपुर थाना इलाके के भीमगढ़ गांव के पास चामण माता मंदिर पर पुजारी महामुद्दीन उर्फ वहाबुद्दीन, पुत्र शेरखान पूजा अर्चना करता था। मंदिर के पास गुफा में तीन अन्य साधु रहते थे। पुराने विवाद को लेकर साधुओं ने धारदार हथियारों से चामण मंदिर के पुजारी महामुद्दीन की काटकर निर्मम हत्या की थी।

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मृतक पुजारी के भतीजे ने दर्ज कराया केस
एसएचओ शर्मा ने बताया कि घटना पुलिस के लिए बड़ी चुनौती थी। मामले में पुजारी के भतीजे जाकिर हुसैन ने गुफा में रहने वाले साधुओं पर हत्या का शक जताया था। तीनों साधुओं को नामजद मामला दर्ज कराया था। हत्या करने के बाद गुफा में रह रहे साधु फरार हो चुके थे।

क्या कहना है पुलिस का
धौलपुर के कंचनपुर थाना के थानाधिकारी हेमराज शर्मा ने बताया कि हत्या का आरोपी कासगंज जिले का निवासी महेश दास सहावर थाने के अलाद्दीनपुर गांव का रहने वाला है। आरोपी बाबा का असली नाम जालिम सिंह पुत्र मनोहर सिंह यादव है। आरोपी बाबा के खिलाफ उत्तर प्रदेश के कासगंज जिले के सहावर थाने में आठ मामले दर्ज हैं। जो हत्या के प्रयास,लूट-चोरी,जानलेवा हमला और आर्म्स एक्ट से जुड़े हैं। इलाके के भीमगढ़ गांव के चामण माता मंदिर के पुजारी महाबुद्दीन की हत्या करने वाले आरोपी बाबा महेश दास को उत्तर प्रदेश के मथुरा बस स्टैंड से धौलपुर की पुलिस ने पकड़ा है।

पुलिस ने तकनीकी सहायता और मुखबिरी तंत्र के सहयोग से इस कार्रवाई को अंजाम दिया है। पुलिस ने बताया है कि आरोपी बाबा महेशदास यूपी का जालिम सिंह है। पुलिस ने बताया कि कासगंज का जालिम सिंह कंचनपुर के भीमगढ़ में आकर बाबा महेश दास बनकर रह रहा था। पूरे मामले को लेकर गिरफ्तार किए गए बाबा से पूरे घटनाक्रम की पूछताछ की जा रही है। साथ में उसके अन्य साथी बाबाओं की भी तलाश जारी है। जिन्होंने चामण माता मंदिर के पुजारी महाबुद्दीन उर्फ भावउद्दीन की हत्या कर शव के कई टुकड़े किए थे,जिनमें से मृतक पुजारी के सिर का अभी तक कोई पता नहीं लगा है।

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एक परात के कारण हुआ झगड़ा
कंचनपुर थानाधिकारी ने बताया कि चामण माता मंदिर के पुजारी और गुफा में रहने वाले बाबा महेश के बीच एक परात को लेकर झगड़ा चल रहा था,जो पुजारी की हत्या का कारण बनी। बताया गया है कि बाबा महेश दास मंदिर के पुजारी से परात मांग के ले गया था। जब परात को पुजारी मृतक महाबुद्दीन उर्फ भावुउद्दीन मांगने गया तो दोनों के बीच झगड़ा हो गया। इसमें महेश दास ने अन्य दो साधुओं के साथ मिलकर पुजारी महामुद्दीन को मौत के घाट उतार दिया। साथ में आरोपी बाबा केशवदास और सियाराम की तलाश की जा रही है, जो अभी फरार हैं।


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