बच्चे की चाहत जल्द होगी पूरी…एग क्वालिटी बेहतर बनाने के लिए जरूर खाएं ये 5 फूड्स
नई दिल्ली। शादी के एक या दो साल बाद ज्यादातर कपल फैमिली प्लानिंग करना चाहते हैं। क्योंकि शुरुआत में सभी को अपने लिए समय चाहिए होता है और करियर पर भी फोकस करना होता है। हालांकि आज के समय में ज्यादातर लड़के-लड़कियां 30 की उम्र के बाद शादी करना पसंद करते हैं। इस कारण शादी के बाद और एक-दो साल का समय लेने पर प्रेग्नेंसी संबंधी समस्याएं आने लगती हैं। इसकी वजह सिर्फ उम्र का बढ़ना नहीं है बल्कि दो मुख्य कारण और भी हैं,ये तीनों मिलकर प्रेग्नेंसी में समस्या खड़ी करने लगते हैं। ये 3 कारण कौन-से हैं,यहां जान लीजिए और इनके असर को कम करने के लिए क्या खाना चाहिए ये भी यहां बताया गया है…
क्यों घट जाती है एग क्वालिटी?
आजकल 30-35 की उम्र के बाद लड़कों में स्पर्म क्वालिटी और लड़कियों में एग क्वालिटी घटना आम बात है। आजकल इसलिए कह रहे हैं क्योंकि तीन दशक पहले तक इस उम्र में भी लोग आराम से स्वस्थ बच्चे पैदा किया करते थे। लेकिन तब शादी 21 से लेकर 26 साल की उम्र तक हो जाया करती थी। लेकिन अब शादी की प्लानिंग ही यूथ 30 के बाद करता है। फिर शादी के बाद कुछ समय आपने रिश्ते को मजबूत करने और आपसी समझ बढ़ने के लिए भी चाहिए होता है। ऐसे में बच्चे की प्लानिंग काफी लेट हो जाती है,जिससे फर्टिलिटी कम होने लगती है। उम्र के अलावा फर्टिलिटी कम होने के ये दो कारण भी होते हैं, खराब लाइफस्टाइल और सही डायट ना लेना।
एग क्वालिटी इंप्रूव करने के लिए क्या खाएं?
5 फूड्स के बारे में बताया जा रहा है,जो एग क्वालिटी इंप्रूव करने और फर्टिलिटी बढ़ाने में मदद करते हैं…
- शकरकंद– इनमें बीटा कैरोटीन बहुत अच्छी मात्रा में होता है,जो हॉर्मोनल इंबैलेंस को दूर कर फर्टिलिटी बढ़ाने में मदद करता है।
- अनार- इसमें विटामिन-के, फोलेट और फ्लेवोनॉइड्स अच्छी मात्रा में होते हैं। ये सभी न्यूट्रिऐंट्स एग क्वालिटी को बेहतर बनाने के लिए जरूरी होते हैं।
- कलौंजी- ये ऐंटिऑक्सिडेंट्स से भरपूर होती है और इसे खाने से शरीर में कहीं भी सूजन नहीं रहती है। अंदरूनी सूजन शरीर को नुकसान पहुंचाती हैं, जिसे ठीक करने में कलौंजी बहुत हेल्द करती है।
- चुकंदर- ये आयरन से भरपूर होते हैं और यूट्रस तक ब्लड फ्लो को बढ़ाने में मदद करते हैं। बल्ड प्यूरिफिकेशन में हेल्पफुल हैं और एनर्जी लेवल मेंटेन रखते हैं।
- अखरोट- इनमें ओमेगा-3 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। इन्हें हर दिन खाने से एंडोक्राइन ग्लैंड हेल्दी रहती है। आप हर दिन 4 अखरोट खा सकते हैं।