CM ने किया राम मंदिर के काम का निरीक्षण,गर्भगृह भी लिया जायजा

CM ने किया राम मंदिर के काम का निरीक्षण,गर्भगृह भी लिया जायजा
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लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अयोध्या में चल रहे भव्य राम मंदिर का निर्माण कार्य का निरीक्षण किया है। अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का काम जोरों पर है। 2023 के आखिरी तक मूल गर्भगृह का निर्माण पूरा होने की उम्मीद है, जबकि जनवरी 2024 तक राम मंदिर में भगवान राम के विराजमान होने संभावनाएं हैं।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को सुबह अयोध्या पहुंचे। रामकथा पार्क हेली पैड पर उतरने के बाद मुख्यमंत्री Yogi Adityanath का स्वागत किया गया। मुख्यमंत्री के स्वागत में जिले के वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। मुख्यमंत्री यहां से Ram Mandir के लिए रवाना हुए।

मंदिर के गर्भगृह में भी पहुंचे योगी
मंदिर पहुंचने के बाद मुख्यमंत्री ने परिसर का निरीक्षण किया। योगी मंदिर के गर्भगृह में भी पहुंचे, जहां रामलला विराजमान होंगे। उन्होंने गर्भगृह में चल रहे निर्माण कार्य का जायजा लिया। इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंदिर के निर्माण में लगे कारीगरों से भी मुलाकात की।

मंदिर के पहले चरण का करीब 75 प्रतिशत काम पूरा
अयोध्या में भगवान राम के भव्य मंदिर का निर्माण कार्य तेजी जारी है। बड़े पैमाने पर कारीगर पत्थरों की नक्काशी से लेकर मंदिर की नींव और नक्शे पर काम में लगे हुए हैं। अयोध्या में बन रहे राम मंदिर के निर्माण की समयसीमा दिसंबर 2023 रखी गई है, जबकि जनवरी 2024 से इसे भक्तों के लिए खोलने का लक्ष्य रखा गया है।

श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक पदाधिकारी ने शुक्रवार को बताया कि मंदिर अब आकार लेता दिख रहा है। मंदिर के पहले चरण का करीब 75 प्रतिशत काम पूरा हो चुका है। अब मंदिर में केवल 167 खंभे लगाने बाकी हैं। जल्द ही गर्भगृह की बीम लगाने का काम शुरू हो जाएगा। उन्होंने ये भी बताया कि भगवान राम के मंदिर का गर्भगृह अष्टकोणीय होगा।

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योगी ने भी बताई थी तारीख
जनवरी में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ भी राम मंदिर की तारीख का ऐलान कर चुके हैं। सीएम योगी ने कहा था कि दिसंबर 2023 में अयोध्या के राम मंदिर का निर्माण कार्य संपन्न हो जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि प्रधानमंत्री मोदी के नेतृ्त्व में नए भारत में किसी के साथ भेदभाव नहीं किया जाता। ये भारत का राष्ट्र मंदिर है, जहां समाज के हर तबके को सम्मान दिया जाएगा। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 5 अगस्त 2020 को मंदिर निर्माण के लिए ‘भूमि पूजन’ किया था।


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