झांसी में 35 लाख की डकैती:8 बदमाशों ने हाथ बांधकर मुंह में कपड़ा ठूंसा
झांसी। झांसी में 10 दिन के अंदर डकैती की दूसरी बड़ी वारदात को अंजाम दिया गया है। 8 बदमाशों ने परिवार के 4 लोगों के मुंह में कपड़े ठूंस दिए और हाथ को पीछे से बांध दिए। विरोध करने पर तमंचे की बट और सब्बल से मारकर पिता-बेटे को घायल कर दिया।
इसके बाद बदमाशों ने 35 लाख की डकैती डाली और पीड़ितों को कमरों में बंद करके फरार हो गए। परिवार के लोगों ने किसी तरह बाहर आकर शोर मचाया। इसके बाद गांव के लोग जुट गए। फिर पुलिस को सूचना दी। SSP राजेश एस समेत तमाम पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे।
पहले बेटे को बांधा,फिर पिता को
घटना रविवार तड़के करीब 2:30 बजे गुरसराय थाना क्षेत्र के खैरो गांव में हुई है। यहां के श्रेयांश जैन और उनका बेटा संदीप जैन घर में ही किराना दुकान चलाते हैं। भतीजे दीपक जैन ने बताया, “एक कमरे में चाचा श्रेयांश और चाची सविता और दूसरे कमरे में उनका बेटा संदीप और बहू नेहा सो रही थी। लाइट न होने की वजह से कमरों के गेट खुले थे।”
उन्होंने बताया, “बदमाश सबसे पहले संदीप के कमरे में गए और उसे पीटने लगे। बाद में पिता के कमरे में जाकर उनको पकड़ लिया। चिल्लाने और विरोध करने पर चाचा और उनके बेटे को तमंचे की बट और सब्बल से मारा। फिर चारों के मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। पिता-बेटे के हाथ बांधकर गोली मारने की धमकी देने लगे। इससे परिवार के लोगों ने अलमारी की चाबी बता दी।”
कमरों में बंद करके भागे
दीपक ने आगे बताया, “काफी देर तक बदमाशों ने घर और दुकान की तलाशी ली। उन्होंने घर से 12 लाख रुपए कैश, 350 ग्राम सोने के जेवर और 3 किलोग्राम चांदी लूटी। एक कमरे में चाची सविता और नेहा को बंद कर दिया, जबकि चाचा और संदीप को दूसरे कमरे में बंद कर दिया।
पुलिस में रिपोर्ट करने पर जान से मारने की धमकी देकर बदमाश भाग गए। साथ में तीन मोबाइल भी ले गए। किसी तरह चाचा ने मुंह से कपड़ा निकाला और फिर मुंह से संदीप के हाथ खोले। इसके बाद दरवाजा तोड़कर वे बाहर आए। सविता और नेहा को बाहर निकालकर चिल्लाने लगे। परिवार और गांव के लोग एकत्र हो गए और पुलिस को सूचना दी।”
गांव के दो लोगों के नाम लिए,एक ने पहना था नकाब
श्रेयांश जैन और संदीप ने बताया, “बदमाश बोल रहे थे कि तुमने हमारी रिपोर्ट की है। 5 लाख रुपए खर्च हुए हैं। हम 5 लाख रुपए लेकर जाएंगे। जबकि मैंने किसी की कोई रिपोर्ट नहीं की है। वे हमारे साथ मारपीट करने लगे और जान से मारने की धमकी देने लगे। तब सास-बहू ने अपने गहने उतारकर उनको दे दिए।
बदमाश लोकल भाषा बोल रहे थे। 8 में से सिर्फ एक ने ही नकाब लगा रखा था। उन्हें गांव और परिवार के बारे में भी जानकारी थी। बदमाश गांव के दो लोगों का नाम ले रहे थे। हमने पूछा कि दो दिन पहले तुम्हारा साला आया था। हमने हां में उत्तर दे दिया। हम बदमाशों को पहचानते नहीं हैं, लेकिन सामने आने पर उनको पहचान लेंगे। उनकी उम्र 25 से 30 साल थी।”
10 दिन पहले भी हुई थी डकैती
दस दिन पहले टोड़ीफतेहपुर थाना क्षेत्र के ढुरवई गांव में श्रवण कुमार वाजपेई के घर में 8 बदमाशों ने 60 लाख से ज्यादा की डकैती डाली थी। दोनों वारदातों में एक ही तरीके से हुई हैं। हालांकि पुलिस ने टोड़ीफतेहपुर डकैती का खुलासा कर दिया है।