Meta के बाद अब McDonald’s में छंटनी की तलवार! अमेरिका में कई Offices पर जड़ा ताला
नई दिल्ली। नवंबर 2022 में मेटा ने एक झटके में 11 हजार कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया था। कुछ वैसी ही स्थिति MacD में भी बनती दिख रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक कई कर्मचारियों को बाहर निकाला जा सकता है।अगर आशंकाएं सच साबित हुई तो Meta के बाद McDonald’s के कई कर्मचारी सड़क पर आ जाएंगे। इसे रीस्ट्रक्चरिंग का नाम दिया जा रहा है।
हाल ही में मैकडॉनल्ड्स के CEO क्रिस केम्पजिंस्की ने अपने बयान में इसकी तस्दीक की थी। कहा था कि कुछ हिस्सों में भूमिकाओं और स्टाफिंग स्तरों को Evaluate किया जाएगा और उसके अनुसार जो भी जरूरी नहीं होगा,उन्हें तत्काल रोक दिया जाएगा। तभी से मैक्डी में छंटनी की अटकलें लगाई जाने लगी थी।
पिछले हफ्ते ही एक Internal Mail जारी किया गया था। जिसमें वर्क फ्रॉम होम का ऐलान किया गया था,मेल में कहा गया था कि 3 अप्रैल को अहम फैसले लिए जाएंगे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक दुनिया की नामी गिरामी फास्ट फूड चेन रेस्त्रां बिजनेस को तेज गति से बढ़ाना चाहती है। कम्पनी automation की ओर बढ़ रही है। दिसंबर 2022 में कंपनी ने पहली बार पूर्णत automated location की नींव डाली थी। तब बयान आया था कि जब अब टेस्ट रेस्त्रां की ओर बढ़ते हैं तो पाते हैं कि ये यूएस में चल रहे पारम्परिक मैकडोनल्ड रेस्त्रांओं से काफी हद तक छोटे होते हैं। कम्पनी का तर्क का था कि ऐसा उपभोक्ताओं के हित को ध्यान में रख कर किया जा रहा है।
क्या है ऑटोमेटेड रेस्त्रां?
अमेरिका के टेक्सास में इसकी स्थापना की गई थी। जिसमें इंसानों का काम रोबोट करते देखे गए। ऑर्डर लेने और सर्व करने के बाद रोबोट ही उपभोक्ता को बिल सर्व करते देखे गए. यहां कोई भी कर्मचारी नहीं है। डिजिटल दौर में MacD का यूएस में पहला रेस्त्रां हैं।
मेटा ने किया था कइयों को Out!
इससे पहले जुकरबर्ग की मेटा भी कई कर्मचारियों को खर्चे का हवाला दे आउट कर चुकी है,नवंबर 2022 में मेटा ने बताया था कि आगामी साल यानी 2023 में कंपनी का कुल खर्च 86 अरब डॉलर से 92 अरब डॉलर के मध्य हो सकता है। जबकि,पहले अनुमान था कि यही Expenditure 89 अरब डॉलर से 95 अरब डॉलर के बीच हो सकता था। इसके साथ ही 11 हजार कर्मियों को नौकरी से बाहर कर दिया गया था। ये ऐतिहासिक फैसला था।
तब जुकरबर्ग ने कहा था कि बेहद मुश्किल फैसला हमने लिया है। मुझे लगता है कि अब हमें खुद को इसके लिए तैयार कर लेना चाहिए क्योंकि ये नई आर्थिक वास्तविकता कई सालों तक रहेगी।