सावन के पहले सोमवार पर पंचक का साया,भूलकर भी ना करें ये गलतियां
नई दिल्ली। सावन का महीना 4 जुलाई से शुरू होने वाला है। भोले भक्तों को इस मास का बेसब्री से इंतजार होता है। भोलेनाथ को यह महीना बेहद प्रिय है इसीलिए इसे बहुत शुभ माना जाता है।
सावन का महीना इस बार 31 अगस्त तक चलेगा. इस बार अधिक मास के दिन जुड़ जाने के कारण सावन का माह दो माह का रहेगा और इसमें 8 सोमवार रहेंगे। सावन का पहला सोमवार 10 जुलाई को पड़ेगा। हालांकि सावन के पहले सोमवार पर एक अशुभ काल का साया रहने वाला है।
ग्रह-नक्षत्रों की विशेष स्थिति के चलते हर महीने पंचक लगता है। पंचक 5 दिन के अशुभ काल को कहते हैं। पंचक काल को धर्म-ज्योतिष में बहुत अशुभ माना गया है। इस दिनों में कोई भी शुभ और मांगलिक कार्य नहीं किए जाते हैं।
पंचांग के अनुसार इस बार ये पंचक 6 जुलाई 2023 को दोपहर 1.38 बजे से शुरु होंगे और 10 जुलाई 2023, सोमवार के दिन शाम को 6.59 बजे समाप्त होंगे। 10 जुलाई को ही सावन का पहला सोमवार है।
भगवान शिव देवों के देव और कालों के महाकाल हैं। इसलिए पंचक के अशुभ योग का भोलेनाथ के पूजने और अभिषेक पर कोई असर नहीं पड़ेगा। हर साल की तरह इस बार भी सावन के सोमवार पूजा-पाठ उसी विधी-विधान से की जाएगी।
पंचक काल में शुभ-मांगलिक कामों के अलावा कुछ अन्य काम करने की भी मनाही है. पंचक में 5 दिनों तक अपने घर में कोई भी निर्माण कार्य की शुरुआत ना करें। ना ही इस समय में घर में छत डलवाना अशुभ माना जाता है।
पंचक काल में लकड़ी और लकड़ी का कोई भी सामान नहीं खरीदना चाहिए। इस काल में यज्ञ-अनुष्ठान की भी मनाही होती है। पंचक के दौरान अगर किसी परिजन की मृत्यु हो जाए तो उसका विशेष विधि से अंतिम संस्कार करना चाहिए।
माना जाता है कि पंचक काल में किसी की मृत्यु होने पर उसके 4 अन्य परिजनों के जीवन पर संकट आ सकता है या उन्हें मृत्यु जैसा कष्ट झेलना पड़ सकता है। इसलिए इस दौरान कोई भी काम बहुत सावधानी से करना चाहिए।