थोड़ी देर में शुरू होगी चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर लैंडिंग प्रक्रिया, दुआओं का दौर जारी

थोड़ी देर में शुरू होगी चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर लैंडिंग प्रक्रिया, दुआओं का दौर जारी
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नई दिल्ली। कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल ने कहा कि ये निश्चित रूप से हम सभी के लिए गर्व का क्षण है। यह इसरो का एक बड़ा मिशन है। हमें अपने इंजीनियरों और वैज्ञानिकों पर गर्व है।

क्यों खास है चांद का दक्षिणी ध्रुव?
चंद्रयान-3 चांद के दक्षिणी ध्रुव पर लैंड करने वाला है। ये हिस्सा है जहां अभी तक कोई नहीं पहुंचा। माना जाता है कि दक्षिणी ध्रुव पर पानी और बर्फ के बड़े भंडार हैं। यहां मौजूद पानी इसलिए जरूरी है कि क्योंकि इसे पेयजल,ऑक्सीजन और रॉकेट ईंधन के तौर पर हाइड्रोजन जैसे संसाधनों में तब्दील किया जा सकता है।

चार देशों के ग्रुप में हो जाएंगे शामिल
चंद्रयान-3 की लैंडिंग पर CSIR के वरिष्ठ वैज्ञानिक सत्यनारायण ने कहा कि हम चंद्रमा की सतह को छूने वाले चार देशों के विशिष्ट समूह में शामिल होने जा रहे हैं। असफलताएं सबक देती हैं। हमने बहुत कुछ सीखा है. इसरो ने चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-3 की सॉफ्ट लैंडिंग कराने के लिए पर्याप्त सावधानी बरती है।

जम्मू-कश्मीर में चंद्रयान-3 के लिए मांगी गई दुआएं
जम्मू-कश्मीर में चंद्रयान-3 की सफल चंद्र लैंडिंग के लिए लोगों ने श्रीनगर के हजरतबल दरगाह में नमाज अदा की है।

दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपति ने दी बधाई
दक्षिण अफ़्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने ब्रिक्स सम्मेलन में कहा कि मैं भारत को बधाई देना चाहता हूं, खासकर जब आप अंतरिक्ष में सहयोग की आवश्यकता के बारे में बोलते हैं, तो कुछ ही घंटों में भारत का अंतरिक्ष यान चंद्रयान-3 चंद्रमा पर उतरेगा। हम आपको बधाई देते है। ब्रिक्स परिवार के रूप में यह हमारे लिए एक महत्वपूर्ण अवसर है और हम आपके साथ खुश हैं। हम इस महान उपलब्धि की खुशी में आपके साथ हैं।

पश्चिम बंगाल के राज्यपाल ने दी शुभकामनाएं
चंद्रयान 3 पर पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा कि विज्ञान और प्रौद्योगिकी में भारत की महानता एक बार फिर पूरी दुनिया के सामने प्रदर्शित हो रही है। हम अपने वैज्ञानिकों और टीम इंडिया को बधाई देते हैं,जो इस असंभव उपलब्धि को निर्बाध रूप से संभव बनाने के लिए इसरो के नेतृत्व में जुटे हैं। हमें अपने वैज्ञानिकों और विरासत पर गर्व है।

चंद्रयान-3 की लैंडिंग का पहला चरण रफ ब्रेकिंग
शाम 5.45 बजे चंद्रयान-3 की लैंडिंग का पहला चरण रफ ब्रेकिंग हैं जो लगभग 700 सेकेंड तक होगी। इस दौरान लैंडर लगभग 1.68 किमी प्रति सेकेंड की तेजी के साथ यात्रा कर रहा होगा जिसे घटाकर 358 मीटर प्रति सेकेंड पर लाया जाएगा।

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए दुआएं जारी
ओडिशा में चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सफल लैंडिंग के लिए लोगों ने भुवनेश्वर की एक मस्जिद में नमाज अदा की गई।

चांद पर 14 दिन की रात के बाद सूर्योदय होना शुरू
चांद पर 14 दिन की रात के बाद सूर्योदय होना शुरू हो गया है। कुछ देर बाद ही चंद्रयान-3 की चांद के साउथ पोल पर लैंडिंग होनी है।

चंद्रयान-2 में आई तकनीकी कठिनाइयों का समाधान किया
नेहरू तारामंडल, बेंगलुरु के वरिष्ठ वैज्ञानिक अधिकारी डॉ. आनंद ने बताया कि चंद्रयान-3 लैंडर का मॉडल आज चंद्रमा पर उतरेगा। लैंडिंग एक कठिन प्रक्रिया है। ISRO इस मिशन के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस मिशन में चंद्रयान-2 में आने वाली सभी तकनीकी कठिनाइयों का समाधान किया गया।

लैंडिंग से पहले हरदीप सिंह पुरी पहुंचे गुरुद्वारा बंगला साहिब
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी दिल्ली के गुरुद्वारा बंगला साहिब में विशेष अरदास में शामिल हुए।

यह एक बड़ी उपलब्धि है- गोपाल राय
चंद्रयान 3 पर आम आदमी पार्टी के मंत्री गोपाल राय ने कहा कि पूरा देश उस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहा है जब चंद्रयान 3 चंद्रमा पर उतरेगा। यह एक बड़ी उपलब्धि है।

NASA और यूरोपियन स्पेस कमीशन की भी भारतीय मिशन पर नजर
हिंदुस्तान इतिहास रचने के लिए तैयार है। चंद्रयान-3 का लैंडर आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद पर लैंड होगा। मिशन पर NASA और यूरोपियन स्पेस कमीशन की भी नजर रहेगी। लैंडिंग के वक्त पीएम मोदी साउथ अफ्रीका से वर्चुअली ISRO से जुड़ेंगे।

पाकिस्तान ने भारत की उपलब्धि को सराहा
पाकिस्तान के पूर्व संचार मंत्री फवाद चौधरी ने से कहा, 1962 में पाकिस्तान ने पहला रॉकेट अंतरिक्ष में भेजा था। तब बहुत बड़ा पल था। आज भारत के लिए बड़ी उपलब्धि है। स्पेस में जाना बड़ी कामयाबी है। पाकिस्तान समेत दूसरे देश भी इसका फायदा उठा सकते हैं।

चंद्रमा पर सफल लैंडिंग की उम्मीद करता हूं: राकेश शर्मा
अंतरिक्ष में जाने वाले पहले भारतीय राकेश शर्मा ने कहा कि इसरो के काम करने के तरीके को जानकर,मैं गर्व से कह सकता हूं कि चंद्रयान 3 की सुरक्षित लैंडिंग होगी। इसरो के काम करने के तरीके को जानते हुए मैं गर्व से कह सकता हूं कि चंद्रयान-3 की सुरक्षित लैंडिंग होगी. मैं चंद्रमा पर सफल लैंडिंग की आशा करता हूं।

रामदेव बोले- आज पूरी दुनिया में भारतीयों की प्रतिभा का बोलबाला
योग गुरु रामदेव ने एबीपी न्यूज से कहा, नासा में भी आज भारतीय वैज्ञानिकों का बोलबाला है। यूरोप के अनेक देशों में हर क्षेत्र में भारतीय हैं। आज पूरी दुनिया भारतीयों की प्रतिभा का लोहा मान रही है।

‘भारत किसी भी देश से कम नहीं’, बॉलीवुड एक्ट्रेस कृति सैनन
बॉलीवुड एक्ट्रेस कृति सैनन ने से चंद्रयान 3 की लैंडिंग को लेकर खास बातचीत की. कृति ने कहा, ‘चंद्रयान 3 का लाइव प्रसारण देखने के लिए काफी उत्सुक हूं और पूरे परिवार के साथ शाम को इसका लाइव प्रसारण जरूर देखूंगी। मैं गूगल पर जाकर तमाम तरह की जानकारियां भी पढ़ती रहती हूं। भारत हर मामले में आगे है, चाहे विज्ञान हो, स्पोर्ट्स हो या अन्य कोई क्षेत्र। भारत किसी भी देश से कम नहीं है।’

कांग्रेस नेता हरीश रावत ने चंद्रयान मिशन के लिए सरकार को दी बधाई
चंद्रयान-3 मिशन पर वरिष्ठ कांग्रेस नेता हरीश रावत ने कहा, ‘यह एक बहुत बड़ी उपलब्धि है। मैं वैज्ञानिकों को एडवांस में बधाई देना चाहता हूं। सरकार को बधाई देता हूं। हम चाहते हैं कि चंद्रयान-3 सफलतापूर्वक लैंड करे और उसका उद्देश्य सफल हो। इस मौके पर मैं उन सभी को भी प्रणाम करना चाहूंगा जिन्होंने इसका सपना देखा था। जब हमारा देश गरीब था, सुई भी नहीं बनती थी उस समय अंतरिक्ष पर जाने की कामना की थी। इस मिशन में योगदान देने वाले वैज्ञानिकों के साथ-साथ सभी लोगों को सलाम।’

‘हम उम्मीद लगाए बैठे हैं कि चंद्रयान की यात्रा सफल होगा’- उमर अब्दुल्ला
जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के उपाध्यक्ष उमर अब्दुल्ला ने कहा, हम भी पूरे देश और दुनिया के साथ इंतजार कर रहे है उस समय का जब चंद्रयान लैंड करेगा। उम्मीद लगाए बैठे हैं कि चंद्रयान की यात्रा सफल होगी और चांद से फोटो-वीडियो आएंगे। अगर यह यात्रा कामयाब होगी जैसा हम उम्मीद लगाए बैठे हैं यह दुनिया में पहली बार होगा कि किसी देश ने यह काम किया है।

शाम को बच्चों के साथ लाइव लैंडिंग देखेंगे मुख्यमंत्री गहलोत
चंद्रयान-3 मिशन पर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत शाम को बच्चों के साथ चंद्रयान 3 की लाइव लैंडिंग देखेंगे। उन्होंने कहा, हमने बच्चों को सीएम हाउस में आमंत्रित किया है जहां हम इसे (लाइव स्ट्रीमिंग) देखेंगे। मैं अपने वैज्ञानिकों और इस मिशन से जुड़े सभी लोगों को बधाई देना चाहता हूं. यह एक ऐतिहासिक मिशन है।’

इसरो ने बताया- तय समय पर होगी लैंडिंग
ISRO ने ट्वीट कर जानकारी दी है कि ऑटोमेटिक लैंडिंग सिस्टम शुरू करने के लिए पूरी तरह तैयार हैं। शाम करीब 17:44 बजे निर्धारित प्वाइंट पर लैंडर मॉड्यूल (LM) के पहुंचने का इंतजार किया जा रहा है। लाइव टेलीकास्ट 17:20 से शुरू होगा।

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मुख्य चुनाव आयुक्त बोले- दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की छाप छोड़ेगा चंद्रयान
मुख्य चुनाव आयुक्त ने चंद्रयान-3 मिशन पर बात की। उन्होंने कहा कि हमारा चंद्रयान चंद्रमा पर दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र की छाप छोड़ेगा।

‘चंद्रयान-3 की सफलता के साथ बहुत सारे क्षेत्र जुड़ें हैं, जासे- किसानी, व्यापार…’
केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर ने कहा,’भारत ने अंतरिक्ष क्षेत्र में एक बड़ी छलांग लगाई है। हम सभी उस पल का इंतजार कर रहे हैं जब चंद्रयान-3 मिशन सफल होगा। इससे भारत दुनिया के उन चुनिंदा देशों में शामिल हो जाएगा जिन्होंने अंतरिक्ष क्षेत्र में महत्वपूर्ण योगदान दिया है। साइंस एक ऐसा क्षेत्र है जो हमें बहुत आगे ले जा सकता है। स्पेस के माध्यम से इंटरनेट की सुविधा को भी बहुत बल मिलता है, मौसम की जानकारी यहां से मिल सकती है। चंद्रयान-3 की सफलता के साथ बहुत सारे क्षेत्र ऐसे जुड़ेंगे जहां किसानी, व्यापार की जानकारी मिल सकती है।’

‘भारत ने साबित कर दिया कि बाहरी अंतरिक्ष में आकाश ही सीमा नहीं’
पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने कहा, ‘जहां तक चंद्रयान 3 का सवाल है तो यह भारत के लिए क्षणों का क्षण है। हम कहते थे कि आकाश ही सीमा है, लेकिन भारत ने साबित कर दिया है कि बाहरी अंतरिक्ष में आकाश ही वह सीमा नहीं है। हम ऐसा करने के लिए कड़ी मेहनत करने वाले वैज्ञानिकों को बधाई देते हैं। यह हजारों मील की यात्रा की शुरुआत है। हमारे वैज्ञानिकों ने अपना और देश का गौरव बढ़ाया है. यह हमारे लिए गौरव का क्षण है।’

मुंबई के नेहरू विज्ञान केंद्र में बच्चों के लिए खास तैयारी
नेहरू विज्ञान केंद्र के निदेशक प्रमोद ग्रोवर ने कहा,’भारत इस दिन का लंबे समय से इंतजार कर रहा था। चंद्रयान-3 की लॉन्चिंग के बाद से ही सभी की निगाहें इस पर टिकी हुई हैं। नेहरू विज्ञान केंद्र ने बड़ी तैयारी की है। हम चंद्रमा का 3डी मॉडल दिखाएंगे। यह एक ऐसी सुविधा है जहां लोग लाइव डेटा भी देख सकते हैं। हम चंद्रमा और पहले की चंद्र परियोजनाओं की कुछ तस्वीरें दिखाएंगे। हमारे पास बच्चों के लिए एक विशेष कार्यक्रम है जिसमें 50-60 बच्चे भाग लेंगे और चंद्रयान के मॉडल बनाएंगे। ये बच्चे कल के वैज्ञानिक होंगे।’

मिशन की सफलता के लिए योग गुरु रामदेव ने की पूजा
चंद्रयान की कामयाबी के लिए देशभर में प्रार्थनाओं का दौर जारी है। योग गुरु रामदेव ने भी चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के लिए हरिद्वार में पूजा की।

‘अंतरिक्ष में भारत की इस बड़ी उपलब्धि पर पूरी दुनिया की नजर’- CM खट्टर
हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा, ‘यह हर भारतीय के लिए गर्व का क्षण है। हमारा चंद्रयान-3 चंद्रमा पर उतरने जा रहा है। पूरा देश इस महान पल का इंतजार कर रहा है। अंतरिक्ष में भारत की इस बड़ी छलांग पर पूरी दुनिया की नजर है। यह सिर्फ हमारी नहीं बल्कि पूरी मानवता की उपलब्धि होगी। मैं इस मिशन की सफलता के लिए प्रार्थना करता हूं और ISRO और हमारे वैज्ञानिकों को अग्रिम बधाई देता हूं। मैं पीएम नरेंद्र मोदी को भी धन्यवाद देता हूं जिन्होंने हर पल वैज्ञानिकों को प्रोत्साहित और प्रेरित किया है।’

‘मानवता के लिए बहुत बड़ी बात, साउथ पोल पर आज तक कोई नहीं उतरा’
चंद्रयान-3 मिशन पर इसरो के संस्थापक विक्रम साराभाई के बेटे कार्तिकेय साराभाई ने कहा, ‘यह एक बड़ा दिन है। यह सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि इस ग्रह पर किसी के लिए भी इतनी सटीकता से इसे भेजने के लिए एक शानदार बात है जिसके साथ हम चंद्रयान -3 भेजने में सक्षम हुए हैं। वह भी एक ऐसी प्रक्रिया के माध्यम से जो दूसरों से अलग है। विज्ञान और इंजीनियरिंग में हम गलतियों से सीखते हैं। यह मानवता के लिए बहुत बड़ी बात होगी क्योंकि चंद्रमा के दक्षिणी हिस्से पर आज तक कोई नहीं उतर सका है।’

कांग्रेस का बड़ा आरोप- चंद्रयान मिशन के वैज्ञानिकों को 17 महीने से नहीं मिला वेतन
कांग्रेस नेता दिग्विजय सिंह ने कहा, ‘हमें गर्व है कि इसरो के वैज्ञानिक चंद्रमा पर चंद्रयान की सफल लैंडिंग के लिए प्रयास कर रहे हैं। हम ईश्वर से उनकी सफलता के लिए प्रार्थना करते हैं लेकिन अखबारों में खबरें हैं कि ऐसा करने वाले वैज्ञानिकों को 17 महीने से वेतन नहीं मिला है। प्रधानमंत्री को इस पर भी ध्यान देना चाहिए।’

‘आज पीएम मोदी के नेतृत्व में चांद पर भारत का लहराएगा झंडा’- सिंधिया
चंद्रयान 3 मिशन पर केंद्रीय मंत्री ज्‍योतिरादित्‍य सिंधिया ने कहा,”आज इतिहास रचा जाएगा जब पीएम मोदी के नेतृत्व में चांद पर भारत का झंडा लहराएगा। पूरा देश इस पल का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। वैज्ञानिकों और सरकार की पिछले 9 साल की मेहनत आज पूरी होगी। हम सफलता की ओर बढ़ रहे हैं. इससे भारत नई ऊंचाइयों को छू रहा है।”

‘दक्षिणी ध्रुव पर उतरना बहुत मुश्किल, कम बजट में ऐसा करना भारत के लिए बड़ी उपलब्धि’
चंद्रयान-3 मिशन पर अंतरिक्ष रणनीतिकार पी.के. घोष ने कहा, ‘मुझे लगता है कि यह भारत के लिए बहुत बड़ा दिन है। कारण यह है कि चंद्रयान 2 लैंडिंग नहीं कर सका था और अब हम पूरी दुनिया को दिखाना चाहते हैं कि हमारे पास न केवल तकनीकी क्षमता है बल्कि हमारे पास दक्षिणी ध्रुव पर जाकर सॉफ्ट लैंडिंग करने की भी क्षमता है। साउथ पोल एक ऐसा क्षेत्र है जहां अब तक कोई लैंडिंग नहीं हुई है। पहले की सभी लैंडिंग भूमध्य रेखा के अंदर और उसके आसपास हुई। दक्षिणी ध्रुव पर उतरना कठिन है और इसलिए इतने कम बजट में ऐसा करना भारत के लिए एक बड़ी उपलब्धि है।’

जाने माने वैज्ञानिक नरेंद्र भंडारी बोले- कभी भी कुछ भी हो सकता है
जाने माने वैज्ञानिक नरेंद्र भंडारी ने एबीपी न्यूज से बातचीत में कहा, जब लैंडिंग हो जाएगी तब हमारा काम शुरू होगा। हम अपने मिशन को लेकर पूरी तरह से कॉन्फिडेंस हैं। मगर कभी भी कुछ भी हो सकता है। सबसे मुश्किल बात ये है कि लैंडर का ऑर्बिट हर ऑर्बिट में बदल जाता है क्योंकि लूनर की ग्रैविटी बराबर नहीं है। पृथ्वी पर ऐसा नहीं होता। इसलिए आखिरी समय पर ही लैंडिंग की जगह तय होगी।

इसरो के पूर्व वैज्ञानिक मायलस्वामी अन्नादुरई क्या बोले
चंद्रयान-3 मिशन पर पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित और इसरो के पूर्व वैज्ञानिक मायलस्वामी अन्नादुरई ने कहा, “अब तक सबकुछ अच्छा रहा है। हमें उम्मीद है कि प्लान के अनुसार आज हम उतरने में सक्षम होंगे। बाकी लोगों की तरह मैं भी बेसब्री से इंतजार कर रहा हूं। चंद्रयान 1 ने चांद पानी की खोज की थी,इसके बाद से दुनिया चंद्रमा को अलग ही नजर से देख रही है।”

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए देशभर में दुआओं का दौर
दिल्ली में अखिल भारतीय हिंदू महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि ने मिशन चंद्रयान-3 की सफलता के लिए हवन किया। स्वामी चक्रपाणि के साथ-साथ स्थानीय लोगों ने भी हवन में आहुति डाली। ISRO के वैज्ञानिकों की सफलता के लिए भगवान से प्रार्थना की।

साउथ इंडिया में रूसी महावाणिज्य दूत ओलेग निकोलाइविच अवदीव क्या बोले
चंद्रयान-3 मिशन को लेकर साउथ इंडिया में रूसी महावाणिज्य दूत ओलेग निकोलाइविच अवदीव ने भी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा, आज चंद्रयान 3 के चंद्रमा की सतह पर उतरने की उम्मीद है।भारत में हर कोई इसका बेसब्री से इंतजार कर रहा है। हर किसी को बहुत उम्मीदें हैं और मुझे भी। मुझे भरोसा है कि यह मिशन सफल होगा और भारत के लिए एक बहुत ही उपयोगी चांद मिशन होगा।

‘लैंडिंग के आखिरी 20 मिनट इतिहास के सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण’
ISRO के पूर्व अध्यक्ष जी माधवन नायर ने कहा, ‘हर कोई इस महान आयोजन का बेसब्री से इंतजार कर रहा है। जहां तक भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम का सवाल है, यह ग्रहों की खोज के लिए सबसे महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होने जा रहा है। इस मिशन का चंद्रमा की कक्षा से चंद्र सतह पर उतरने के आखिरी 20 मिनट इतिहास में सबसे चुनौतीपूर्ण क्षण होने जा रहे हैं।’

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CM शिवराज बोले- वैज्ञानिकों को तहे दिल से धन्यवाद
चंद्रयान-3 पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान का भी बयान आया है। उन्होंने कहा, पूरे देश को गर्व है। मैं सभी वैज्ञानिकों को तहे दिल से धन्यवाद देना चाहता हूं। प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में देश ने बहुत कुछ हासिल किया है।

ISRO के मिशन चंद्रयान पर NASA की भी नजर
140 करोड़ देशवासी मिशन चंद्रयान की कामयाबी के लिए दुआ कर रहे हैं। अंतरिक्ष में भारत की इस उड़ान पर पूरी दुनिया की नजर है। इसरो के मिशन चंद्रयान पर NASA भी नजर बनाए हुए है।

यूपी के उपमुख्यमंत्री ने कहा- वैज्ञानिकों को प्रणाम
उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने कहा, ‘मैं अपनी शुभकामनाएं देना चाहता हूं और प्रार्थना करता हूं कि चंद्रयान-3 चंद्रमा पर सॉफ्ट लैंडिंग करे। पूरा देश इंतजार कर रहा है। पीएम मोदी के नेतृत्व में भारत ने हर क्षेत्र में तेजी से प्रगति की है। मैं वैज्ञानिकों को प्रणाम करता हूं।’

यूपी के मुरादाबाद में चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए छात्रा ने अपना चेहरा रंगा

मिशन की सफलता के लिए अजमेर शरीफ दरगाह में प्रार्थना
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए देशभर में प्रार्थनाओं का दौर जारी है। राजस्थान के अजमेर शरीफ दरगाह में भी प्रार्थना की गई।

मिशन की सफलता के लिए हरिद्वार में विशेष गंगा पूजन
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए माता वैष्णो देवी गुफा योग मंदिर टपकेश्वर महादेव देहरादून की ओर से हरिद्वार में विशेष गंगा पूजन की गई।

कांग्रेस नेता बोले- चंद्रयान 3 की सुरक्षित लैंडिंग की उम्मीद
चंद्रयान-3 की लैंडिंग से पहले कांग्रेस नेता का बयान सामने आया है। कांग्रेस नेता उदित राज ने कहा, ‘मैं बहुत खुश हूं और उम्मीद करता हूं कि चंद्रयान 3 की सुरक्षित लैंडिंग हो ताकि इसे लॉन्च करने का उद्देश्य पूरा हो सके. हमारे वैज्ञानिकों ने इसकी सॉफ्ट लैंडिंग के लिए कड़ी मेहनत की है।”

‘रूस का फेलियर मिशन बताता है चांद पर उतरना कितना मुश्किल’
रॉकेटियर्स रिसर्च इंस्टीट्यूट के CEO दिव्यांशु पोद्दार ने कहा, अगर हम चंद्रमा पर सफलतापूर्वक उतर गए तो यह हमारे लिए एक बड़ी उपलब्धि होगी। हम सॉफ्ट लैंडिंग करने वाले दूसरे देश बन जाएंगे। हमने चंद्रयान 2 से बहुत कुछ सीखा है। हमने कुछ बदलाव किए हैं। रूस की फेलियर से पता चलता है कि चंद्रमा पर उतरना करना कितना मुश्किल है।

‘वैज्ञानिकों ने भारत का नाम किया रोशन’
RSS नेता सुनील अम्बेकर ने कहा, भारत का चंद्रयान-3 मिशन हम सभी के लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हमारे देश के वैज्ञानिकों ने भारत का नाम रोशन किया है। मैं हमारे सभी वैज्ञानिकों को बधाई देता हूं, शुभकामनाएं देता हूं। मुझे विश्वास है कि यह अवश्य सफल होगा।

चंद्रयान-3 की लैंडिंग के आखिरी 15 मिनट के 4 अहम पड़ाव
Rough Breaking Phase- जब लैंडर 25 किमी की कक्षा से चांद की सतह की तरफ प्रस्थान करेगा तो लैंडर की गति हॉरिजोंटल दिशा में रहेगी तब चांद के चारों तरफ घुमते हुए इसे नीचे ले जाया जाएगा। इस दौरान
Fine Breaking Phase- लैंडर की चंद्रमा की सतह से दूरी 25 किमी से घटकर 7.42 किमी रह जाएगी। ये फेज कुल 690 सेकेंड का रहेगा. लैंडर की स्पीड को 1.68 किमी प्रति सेकेंड से घटाकर हॉरिजोंटल डायरेक्शन में 358 मीटर प्रति सेकेंड और वर्टिकल डायरेक्शन में 61 मीटर प्रति सेकेंड कर दी जाएगी। लैंडर की ऊंचाई चांद की सतह से 7.4 किमी रह जाएगी।
Alltitude Hold Phase- ये फेज सिर्फ 10 सेकेंड का होगा। इस दौरान लैंडर को 90 डिग्री पर घुमा दिया जाएगा और इस प्रक्रिया के दौरान लैंडर 800 मीटर की दूरी और तय कर लेगा। अब चांद की सतह से दूरी सिर्फ 6.8 किमी रह जाएगी।
Final Breaking Phase- इसके बाद इस फेज का कुल वक्त होगा 175 सेकेंड। अब लैंडर की गति को 0km/sec तक ले जाते हुए सॉफ्ट लैंडिंग को अंजाम दिया जाएगा।

चांद पर लैंडिंग से पहले कवि अभय ने लिखा ‘मून एंथम’
कवि और राजनयिक अभय ने चंद्रयान-3 के चंद्रमा पर सफल लैंडिंग की कोशिश से पहले एक ‘मून एंथम’ लिखा है।

चंद्रयान गान पर भरतनाट्यम
महाराष्ट्र के नागपुर में भरतनाट्यम और कुचिपुड़ी नर्तक पूजा हिरवाडे ने ‘नमो नमो भारताम्बे’ और चंद्रयान गान पर भरतनाट्यम प्रस्तुत किया। भरतनाट्यम और कुचिपुड़ी नर्तक पूजा हिरवाडे ने कहा, “भारत का चंद्रयान-3 आज चंद्रमा पर उतरने के लिए पूरी तरह तैयार है। इसलिए इस पल को यादगार बनाने के लिए मैंने चंद्रयान एंथम पर भरतनाट्यम किया. यह संपूर्ण भारत के लिए गौरवपूर्ण एवं ऐतिहासिक क्षण है। हम उन सभी वैज्ञानिकों का हृदय से आभार व्यक्त करना चाहते हैं जिनकी कड़ी मेहनत से आज यह संभव हो पाया है।”

चंद्रयान के लैंडिंग क्षेत्र को 2.5 किमी से बढ़ाकर 4 किमी किया गया
ISRO के पूर्व निदेशक डॉ. सुरेंद्र पाल ने कहा,”मुझे ISRO के वैज्ञानिकों की तरह ही विश्वास है कि हम बहुत बेहतर करेंगे क्योंकि चंद्रयान 2 की तुलना में बहुत सारे बदलाव किए गए हैं। बहुत सारे एल्गोरिदम बदले गए हैं। लैंडर में घूमने की क्षमता है। लैंडिंग क्षेत्र को 2.5 किमी से बढ़ाकर 4 किमी कर दिया गया है।”

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए हवन किया
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए देशभर में दुआएं मांगी जा रही हैं। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में साधुओं ने भी हवन किया।

चंद्रयान-3 के लिए लैंडिंग क्यों है चुनौती?
चंद्रयान-3 के लिए लैंडिंग के वक्त आखिरी के 15 मिनट सबसे अहम हैं। लैंडर की रफ्तार बहुत तेज हुई तो लैंडर दुर्घटनाग्रस्त हो जाएगा। चंद्रमा की सतह की धूल सौर पैनलों के लिए मुश्किल बनेगी। चंद्रमा की सतह पर बोल्डर लैंडर के लिए मुश्किल बनेंगे। चांद की सतह पर गड्ढे लैंडिंग में मुश्किल पैदा करेंगे। सफल लैंडिंग के लिए लैंडर की गति को कंट्रोल करना होगा। हजारों किमी/घंटे की रफ्तार 10 किमी/घंटे से भी कम करनी होगी।

चांद पर पहुंचकर क्या करेगा चंद्रयान-3?
41 दिन की यात्रा के बाद आखिरकार चंद्रयान-3 आज चांद पर पहुंचेगा। ये मिशन 14 दिन तक चांद पर एक्टिव रहेगा। इस दौरान चांद पर भूकंप की स्टडी, सतह पर गर्मी का अध्ययन, पानी की खोज, खनिज की जानकारी और मिट्टी की स्टडी करेगा।

चंद्रयान 3 से जुड़े साइंटिस्ट सुधांशु का सफरनामा
चंद्रयान 3 मिशन में साइंटिस्ट सुधांशु की बड़ी भूमिका है। सुधांशु इसरो हरिकोटा में साइंटिस्ट हैं। चंद्रयान 3 के लॉन्च व्हीकल बनाने की 30 लोगों की टीम में सुधांशु तीसरे वैज्ञानिक रहे हैं। सैटेलाइट को ऑर्बिट तक पहुंचाने का काम लॉन्च व्हीकल से ही किया जाता है। साइंटिस्ट सुधांशु के माता-पिता बिहार के गया में रहते हैं। पिता आटा मिल चलाते हैं। सुधांशु ने साल 2021 में इसरो में बतौर वैज्ञानिक ज्वाइन किया था।

पाकिस्तान में भी चंद्रयान-3 की चर्चा
भारत अंतरिक्ष में इतिहास रचने की दहलीज पर खड़ा है तो वहीं पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में इसका साइड इफेक्ट्स दिखने लगा है। इमरान खान सरकार में सूचना मंत्री रह चुके फवाद चौधरी ने कहा, ‘चंद्रयान की लैंडिंग का पाकिस्तान मीडिया में लाइव प्रसारण होना चाहिए। ये मानवता के लिए खास कर लोगों, वैज्ञानिकों और स्पेस कम्युनिटी के लिए ऐतिहासिक दिन है, भारत को बधाई।’

चंद्रयान की कामयाबी से दुनिया को क्या मिलेगा
चंद्रयान की कामयाबी चंद्रमा-पृथ्वी के साथ-साथ पूरे ब्रह्मांड की बेहतर समझ होगी। इंसानी बस्ती की संभावनाओं को तलाशा जा सकेगा। कम खर्च में मिशन लॉन्च करने की राह आसान होगी और भविष्य में अंतरिक्ष की खोज के लिए चंद्रमा पर स्टेशन बन सकेंगे।

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लैंडिंग के वक्त पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका से वर्चुअली ISRO से जुड़ेंगे
भारत आज अंतरिक्ष की दुनिया में इतिहास रचने के लिए तैयार है। आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग होगी। लैंडिंग के वक्त पीएम मोदी दक्षिण अफ्रीका से वर्चुअली ISRO से जुड़ेंगे।

चंद्रयान की कामयाबी से देश को क्या मिलेगा
चंद्रयान-3 के दक्षिणी ध्रुव पर उतरने से देश का मान बढ़ेगा। ग्लोबल स्पेस मार्केट में हिंदुस्तान की हिस्सेदारी बढ़ेगी। गगनयान (मानव अंतरिक्ष मिशन) के लिए हौसला बढ़ेगा। आदित्य (सूर्य मिशन) के लिए भी आत्मविश्वास बढ़ेगा।

चांद के साउथ पोल पर ‘मिशन इंडिया’
चंद्रयान साउथ पोल पर लैंडिंग करेगा। जिस जगह चंद्रयान उतरेगा वहां सिर्फ पहाड़ हैं। इस इलाके में पानी और खनिज मिलने की संभावना है। लैंडिंग के बाद लैंडर विक्रम चालू होगा और कम्युनिकेट करेगा। फिर रैंप खुलेगा और प्रज्ञान रोवर रैंप से चांद की सतह पर आएगा।

चंद्रयान-3 के लैंडिंग के 15 मिनट बेहद अहम
चंद्रयान-3 की लैंडिंग के समय के 15 मिनट बेहद अहम। इसी पर पूरे मिशन की मेहनत टिकी है। लैंडिंग पूरी तरह ऑटोमेटिक होगी. लैंडर को अपने इंजन को सही समय और ऊंचाई पर चालू करना होगा। उसे सही मात्रा में फ्यूल का इस्तेमाल करना होगा। आखिरी के 15 मिनट में ऑनबोर्ड सॉफ्टवेयर ही सारे डिसीजन लेता है। ऐसा इसलिए किया गया है क्योंकि पृथ्वी से दिए कमांड को लैंडर तक पहुंचने में ज्यादा समय लगता है।

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए अमेरिका के मंदिर में पूजा
चंद्रयान-3 मिशन की सफल लैंडिंग के लिए न्यूजर्सी के मोनरो में ओम श्री साईं बालाजी मंदिर में पूजा की गई। यहां भारतीय-अमेरिकी समुदाय के सदस्यों का कहना है, “यह हमारे सभी भारतीय समुदाय के लिए गर्व का क्षण है। उम्मीद है कि सब कुछ ठीक होगा। टीम चंद्रयान टीम को शुभकामनाएं।”

लैंडिंग के समय 1 किमी/घंटा होगी रफ्तार
चंद्रयान-3 के लैंडर की लैंडिंग के समय चार इंजन एक्टिव हो जाएंगे। चंद्रयान जब चांद पर लैंड करेगा तो वो 2 किलोमीटर के एरिया में उतरेगा। चंद्रयान की रफ्तार एक किमी प्रति घंटे होगी।

चंद्रयान-3 के लैंडर की लैंडिंग का ऐसे रखा जाएगा ध्यान
लैंडर में एक कंप्यूटर आवश्यक गति से लैंडिंग का ध्यान रखेगा। अल्टीमीटर चंद्रयान-3 के उतरने के दौरान उसकी ऊंचाई को नियंत्रित करेंगे। चंद्रयान-3 में एक्सेलेरोमीटर के साथ-साथ लेजर जाइरोस्कोप पर आधारित टेक्नॉलॉजी है जो लैंडर की ग्रैविट की गणना करेगी। चंद्रयान-3 में आधुनिक लिक्विड इंजन, एटीट्यूड थ्रस्टर्स, नेविगेशन और लैंडर के लिए खतरे का पता लगाने की भी तकनीक है। सभी टेक्नॉलॉजी तुरंत कम्युनिकेट कर सकते हैं।

चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए महाकालेश्वर मंदिर में विशेष ‘भस्म आरती’
भारत के चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए मध्य प्रदेश के उज्जैन में स्थित श्री महाकालेश्वर मंदिर में सुबह-सुबह विशेष ‘भस्म आरती’ की गई। इसरो के अनुसार चंद्रयान-3 आज लगभग 18:04 बजे IST पर चंद्रमा पर उतरने के लिए पूरी तरह तैयार है।

चंद्रयान की कामयाबी के लिए दुआओं का दौर
चंद्रयान-3 की सफल लैंडिंग के लिए दुआओं का दौर जारी है। दिल्ली के मदरसे में भी आज दुआएं मांगी जाएंगी। मंडोली में जमीयत के मदरसे में आयोजन किया जाएगा। दोपहर 3.30 बजे मुस्लिम छात्राएं शामिल होंगी।

मध्य प्रदेश में चंद्रयान-3 की लैंडिंग सभी स्कूलों में लाइव
मध्य प्रदेश में चंद्रयान-3 की लैंडिंग सभी स्कूलों में लाइव दिखाई जाएगी। आज शाम 5.30 से 6.30 तक लाइव स्ट्रीमिंग दिखाई जाएगी। सरकार की ओर से सभी स्कूलों को निर्देश जारी किए गए। जो छात्र लाइव न देख पाएं उनको अगले दिन 24 अगस्त को रिकॉर्डिंग दिखाई जाएगी।

मदरसे में होगी चंद्रयान की लाइव स्ट्रीमिंग
यूपी के सभी मदरसे में चंद्रयान की लाइव स्ट्रीमिंग दिखाई जाएगी। सभी मदरसे के बच्चों को बुलाया गया है। भारत के मून मिशन चंद्रयान 3 के शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा के साउथ पोलर हिस्से में लैंडिंग की उम्मीद है।

कई चरणों में पूरी होगी चंद्रयान-3 के लैंडर की लैंडिंग
100 किलोमीटर की ऊंचाई से चंद्रमा की सतह पर लैंडर को उतारने की प्रक्रिया कई चरणों में होगी पूरी। 30 किमी की ऊंचाई पर लैंडर की होगी तेज रफ्तार। स्पीड को और कम करने के लिए लैंडर में रॉकेट दागे जाएंगे। 100 किमी की ऊंचाई से 7.4 किमी की ऊंचाई तक पहुंचेगा लैंडर। यहां पहुंचने में दस मिनट लगेंगे फिर 6.8 किमी की उंचाईं पर पहुंचेगा लैंडर. 6.8 किमी की ऊंचाई पर लैंडर के पैर चंद्रमा की सतह की ओर 50 डिग्री तक घूमेंगे फिर लैंडर पर लगे उपकरण इस बात की पुष्टि करेंगे कि ये उस स्थान पर जा रहा है, जहां इसे उतरना है या नहीं।

तीसरे चरण में लैंडर 6.8 किलोमीटर की ऊंचाई से 800 मीटर की ऊंचाई तक उतरेगा। लैंडर 50 डिग्री के कोण पर चंद्रमा की सतह की तरफ होगा। यहां और कम होगी रॉकेट की रफ्तार। अगले चरण में लैंडर 150 मीटर की ऊंचाई तक पहुंचेगा। यहां लैंडर तय करेगा कि लैंडिंग साइट पूरी तरह हो समतल फिर 60 मीटर तक उतरेगा। अब लैंडर की स्पीड और धीमी होगी। 60 से 10 मीटर तक उतरेगा लैंडर। अगला कदम 10 मीटर की ऊंचाई से चंद्रमा पर लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग होगी।

चांद पर फतेह का काउंटडाउन शुरू
आज शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चांद की सतह पर चंद्रयान-3 की लैंडिंग होगी। चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट-लैंडिंग करने के लिए आज शाम 5:45 बजे शुरू हो जाएगी प्रक्रिया। इसरो की तरफ से तैयारियां पूरी हैं।

बैकग्राउंड
आज चांद पर हिंदुस्तान तिरंगा फहराने जा रहा है। पूरी दुनिया की नजर भारत के चंद्रयान-3 मिशन पर है। इतिहास रचने से भारत कुछ घंटे ही दूर है। भारत के मून मिशन चंद्रयान 3 के शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रमा के साउथ पोलर हिस्से में लैंडिंग की उम्मीद है। ये उम्मीद इसलिए भी परवान चढ़ रही है क्योंकि मून मिशन पर अपडेट देते हुए इसरो ने कहा है कि चंद्रयान 3 मिशन तय समय पर चल रहा है।

मिशन चंद्रयान 3 विज्ञान के क्षेत्र में भारत की बढ़ती ताकत की नुमाइश है और इस नुमाइश को सफल बनाने के लिए देशवासियों ने मंदिर से लेकर दरगाहों में कामना की है. 23 अगस्त की ये तारीख अंतरिक्ष में नए भारत के आगाज की कहानी है जो शाम 6 बजकर 4 मिनट पर चंद्रयान 3 की सुरक्षित लैंडिंग पर टिकी है। चंद्रयान 3 की इसी सफलता के लिए देश में दुआओं का दौर जारी है। मंदिर ही नहीं दरगाहों में भी चंद्रयान 3 मिशन के लिए मन्नतें मांगी जा रही है। एक तस्वीर में अजमेर की दरगाह हज़रत ख्वाजा गरीब नवाज़ मुस्लिम धर्म गुरू चंद्रयान 3 की सफल लैंडिंग के लिए इबादत करते नजर आए।

ब्रिटेन से अमेरिका तक शुभकामनाओं की गूंज
मिशन चंद्रयान 3 की चर्चा सिर्फ देश ही नहीं विदेश में हो रही है। ब्रिटेन से लेकर अमेरिका तक में चंद्रयान के लिए शुभकामनाओं की गूंज तेज हो रही है। लंदन में भारतीय छात्रों ने उद्य शक्ति माता मंदिर में चंद्रयान 3 की सफलता के लिए पूजा की। वहीं अमेरिका के वर्जीनिया में चंद्रयान 3 के लिए भारतीय मूल के अमेरिकी लोगों ने हवन कराया।

यूनाइटेड किंगडम में मौजूद भारतीय उच्चायुक्त ने भी इस मौके को ऐतिहासिक बताया है। वहीं पड़ोसी मुल्क श्रीलंका के भारत में मौजूद उच्चायुक्त ने भी चंद्रयान मिशन को गौरव का क्षण बताया है।

साल 2019 में आखिरी 15 मिनट में ही भारत के चंद्रयान मिशन को झटका लगा था ऐसे में उम्मीद जताई जा रही है कि चंद्रयान 3 इस बार 15 मिनट्स ऑफ टेरर को पार कर नया इतिहास लिख देगा।


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