क्या बारिश में भीगने से होगी वोटों की बारिश? राहुल को क्या मिला जो शरद पवार को मिलेगा
नई दिल्ली। एनसीपी चीफ शरद पवार ने अक्टूबर 2019 में इसी तरह भीगते हुए भाषण दिया था। कहा जाता है कि महाराष्ट्र में पिछले विधानसभा चुनाव के दौरान दिए गए उस भाषण से उनकी पार्टी को फायदा हुआ था। वहीं,राहुल गांधी अक्टूबर 2022 में भारत जोड़ो यात्रा के दौरान कर्नाटक के मैसूर में बारिश में भीगते हुए जनता को संबोधित किया था। इसका फायदा कांग्रेस पार्टी को हुआ था। कांग्रेस ने मई 2023 में हुए कर्नाटक विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की थी।
क्या शिवराज सिंह चौहान को भी होगा फायदा?
इस साल सितंबर में मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भी मुरैना में बारिश में भीगते हुए जनता को संबोधित किया था। अब सवाल उठता है कि क्या शिवराज सिंह चौहान को भी इसका फायदा मिलेगा? बता दें कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान हो चुका है। 3 दिसंबर को मतों की गिनती होगी। इसके बाद फैसला होगा कि मध्य प्रदेश की सत्ता पर कौन काबिज होगा।
शरद पवार को हुआ था फायदा
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव 2019 से तीन दिन पहले 18 अक्टूबर 2019 को शरद पवार लोकसभा उपचुनाव के लिए एनसीपी उम्मीदवार के पक्ष में प्रचार के लिए सतारा में थे। इस दौरान उन्होंने भारी बारिश में भीगते हुए भाषण दिया था। 2019 के विधानसभा चुनाव में शरद पवार की पार्टी को 54 सीट पर जीत मिली थी,जो 2014 की तुलना में 13 अधिक थीं।
पीछे नहीं हटेंगे:शरद पवार
शरद पवार ने रविवार शाम को नवी मुंबई में पार्टी के एक कार्यक्रम में भाग लिया, जहां सुबह से बारिश हो रही थी। जैसे ही उन्होंने भाषण शुरू किया,हल्की बारिश होने लगी। हालांकि अगले महीने 83 साल के होने जा रहे दिग्गज नेता पवार डटे रहे। उन्होंने बारिश के बीच कहा,’आज बारिश के कारण यहां हमारी योजनाएं बाधित हो गई हैं। लेकिन, हम वो लोग हैं जो इतनी आसानी से हार नहीं मानेंगे, पीछे नहीं हटेंगे। हमें भविष्य में भी अपना संघर्ष जारी रखने की जरूरत है।’