प्रधानमंत्री कार्यालय पर ज्ञापन देने जा रहे कांग्रेसजनों को पुलिस ने रोका,हुई नोकझोक
वाराणसी (जनवार्ता)। देश के प्रधानमंत्री एवं बनारस के सांसद नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में एक बड़ा मामला सामने आया। जहाँ भाजपा के तीन आईटी सेल के सदस्यों ने बीएचयू आईटी की छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार एवं बंदूक की नोक पर छात्रा का कपड़ा उतारकर वीडियो बनाने का हैं। जहाँ पुलिस ने 1 नवंबर की देर रात के मामले में 31 दिसंबर को दोषियों को गिरफ्तार किया और 14 दिन के लिए न्यायिक अभिरक्षा में भेज दिया। इस मामले को लेकर दर्जनों की संख्या में कांग्रेस के पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता गुरुधाम चौराहे पर जुटे और जमकर योगी मोदी के खिलाफ नारेबाजी किया। उसके बाद कार्यकर्ता प्रधानमंत्री जनसंपर्क कार्यालय की तरफ हल्ला बोल कर दिया। इस दौरान पुलिस कर्मियों और कार्यकर्ताओं में जमकर धक्का मुक्ति भी हुई। इस दौरान पुलिसकर्मी गिरते पड़ते रहे। वही कांग्रेसजनों का आक्रोश देखते हुए पुलिस ने पूरे कार्यालय की मार्गो पर प्रतिबंधित कर दिया। इस दौरान डीसीपी काशी जोन आर.एस. गौतम,एडीसीपी काशी जोन, एसीपी भेलूपुर छः थानों की पुलिस सहित सर्किल एसीपी सहित पीएससी भी मौजूद रही। पुलिस ने कार्यालय मार्ग को ही छावनी में तब्दील करते हुए प्रतिबंधित कर दिया। कुछ देर के बाद कांग्रेसजनों ने डीसीपी काशी जोन को ज्ञापन सौंपा और आश्वासन मिला कि कार्यवाही की जाएगी। वही कांग्रेस प्रवक्तता संजय सिंह का कहना है कि तीनों आईटी सेल के सदस्यों को कड़ी कार्यवाही करते हुए इनके आवासों पर बुलडोजर चलवाने की मांग है साथ ही साथ प्रशासन को चेतावनी भी दी गई है कि अगर सात दिनों में दोषियों पर कड़ी कार्यवाही नही हुई तो एक बड़ा आन्दोलन के बाध्य होंगे। जिसका जिम्मेदार जिला प्रशासन होगा। इस दौरान जिलाध्यक्ष राजेश्वर पटेल,महानगर अध्यक्ष राघवेंद्र चौबे , पूर्व सांसद राजेश मिश्रा,पूर्व जिला अध्यक्ष प्रजानाथ शर्मा,प्रमोद पाण्डेय,गुलशन अंसारी ,इमरान खान,चंचल शर्मा, असफर खान,अनुराधा यादव,पूनम विश्वकर्मा सहित दर्जनों की संख्या में पदाधिकारी एवं कार्यकर्ता शामिल रहे।