भारतीय महिला टीम के पूर्व कोच के घर पुलिस का छापा,मिला नोटों से भरा बैग
नई दिल्ली। भारतीय महिला टीम के पूर्व कोच तुषार अरोठे के घर पर नोटों से भरा बैग मिलने के बाद हड़कंप मच गया है। वडोदरा के पटपड़गंज पुलिस ने उनके घर से 1.1 करोड़ रुपए की बरामदगी की है। इस मामले में पुलिस ने तुषार से पूछ ताछ की है। इस पूछ ताछ में तुषार अरोठे जांच अधिकारियों को कोई सटीक जवाब में देने में असफल रहे। इसके बाद उन पैसों को जब्त कर लिया गया।
वडोदरा पुलिस ने तुषार अरोठे को लेकर एक प्रेस रिलीज भी जारी किया जिसमें बताया कि छापेमारी के दौरान उनके घर से जो पैसे मिले उसे लेकर वह जानकारी में देने में असमर्थ रहे। तुषार नहीं बता पाए कि उनके पास यह पैसा कहां से आया है और उसका सोर्स किया है। इस कारण है अब उनसे आगे की पूछताछ की जाएगी और पैसों को जब्त कर लिया गया है।
कौन हैं तुषार अरोठे?
घरेलू क्रिकेट में तुषार अरोठे एक बड़ा नाम रहे हैं। उन्होंने अपने ऑलराउंड प्रदर्शन से खूब नाम भी कमाया। इसके अलावा वह भारतीय महिला टीम को कोचिंग भी दे चुके हैं। घरेलू क्रिकेट में अरोठे ने 114 फर्स्ट क्लास और 51 लिस्ट ए मैच खेले हैं। फर्स्ट क्लास में अरोठे ने 31 अर्धशतक और 13 शतक के साथ 6105 रन बनाए हैं। इसके अलावा गेंदबाजी में उनके नाम 225 विकेट हैं। वहीं लिस्ट में तुषार अरोठे ने 1037 रन बनाने के अलावा 30 विकेट भी अपने नाम किए हैं।
फिक्सिंग से रह चुका है कनेक्शन
यह पहली बार नहीं है जब तुषार अरोठे का पुलिस से पाला पड़ा है। इससे पहले तुषार सट्टेबाजी के मामले में फंस चुके हैं। 2019 आईपीएल के दौरान एक सट्टेबाजी स्कैंडल में उनका नाम आया था। दरअसल गुजरात में तुषार का एक कैफे है और उनके कैफे में पुलिस ने रेड किया था। इस छापे में 19 लोगों को गिरफ्तार किया था जिसमें अरोठे भी शामिल थे। घटना के दौरान पुलिस ने अरोठे की गाड़ी को फोन को जब्त किया था। हालांकि जांच में उनके फोन से कुछ भी बरामद नहीं हुआ था।
इस पूरी घटना पर अरोठे ने अपनी सफाई देते हुए कहा कि मेरे कैफे में बहुत से लोग आते-जाते हैं। उन्हें कैसे पता चलेगा कि उनके कैफे में कौन सट्टेबाजी से जुड़ा है और कौन नहीं। हालांकि,पुलिस का मानना था कि सट्टेबाजी को लेकर अरोठे को जानकारी थी लेकिन उन्होंने झूठ बोला।
2018 में कोचिंग से दिया था इस्तीफा
तुषार अरोठे के कोचिंग में भारतीय महिला टीम 2017 में आईसीसी टी20 विश्व कप के फाइनल में पहुंची थी। हालांकि,2018 उन्होंने निजी कारणों का हवाला देते हुए पद से इस्तीफा दिया था,जिसे बीसीसीआई ने मंजूर कर लिया था। इसके बाद से वह भारतीय क्रिकेट से अलग रहहे हैं।