गौतम अडानी के तारणहार पर अमेरिका में लगा तगड़ा जुर्माना
नई दिल्ली। अमेरिका के एनआरआई निवेशक राजीव जैन की कंपनी जीक्यूजी पार्टनर्स 5 लाख डॉलर का जुर्माना भरने को तैयार हो गई है। अमेरिका के मार्केट रेगुलेटर सिक्योरिटीज एंड एक्सचेंज कमीशन ने कंपनी पर व्हिसलब्लोअर प्रोटेक्शन रूल्स के कथित उल्लंघन का आरोप लगाया है। कंपनी ने इन आरोपों का स्वीकार करने या इनका खंडन करने के बजाय इसे सेटल करने पर सहमति जताई है। इसके लिए कंपनी 5 लाख डॉलर का पेनाल्टी भरेगी। जीक्यूजी पार्टनर्स पिछले साल उस समय सुर्खियों में आई थी जब उसने अडानी ग्रुप की कंपनियों में भारी निवेश किया था। हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट के कारण अडानी ग्रुप के शेयरों में भारी गिरावट आ रही थी।
एसईसी ने कहा कि जीक्यूजी ने व्हिसलब्लोअर सुरक्षा नियम 21एफ-17(ए) का उल्लंघन किया है। यह किसी व्यक्ति को संभावित प्रतिभूति कानून उल्लंघन के बारे में एसईसी कर्मचारियों से सीधे संवाद करने से रोकने के लिए किसी भी कार्रवाई को प्रतिबंधित करता है। नियामक ने जीक्यूजी पर रोजगार के लिए उम्मीदवारों और एक पूर्व कर्मचारी के साथ ऐसे समझौते करने का आरोप लगाया है जिससे उनके लिए एसईसी को संभावित प्रतिभूति कानून उल्लंघनों की रिपोर्ट करना अधिक कठिन हो गया।
भारतीय कंपनियों में निवेश
SEC के मुताबिक नवंबर 2020 से सितंबर 2023 तक GQG ने 12 उम्मीदवारों के साथ नॉन डिसक्लोजर एग्रीमेंट्स किए। इससे उन्हें GQG के बारे में गोपनीय जानकारी का खुलासा करने से प्रतिबंधित किया गया। SEC का कहना है कि GQG ने एक पूर्व कर्मचारी के साथ भी सेटलमेंट एग्रीमेंट किया। उसके वकील ने GQG को धमकी दी थी कि वह रेगुलेटर को कथित प्रतिभूति कानून उल्लंघनों की रिपोर्ट करेगा। जीक्यूजी पार्टनर्स ने भारत में कई कंपनियों में निवेश किया है। इनमें अडानी ग्रुप की छह कंपनियां भी शामिल हैं।