बुके लेकर देवेंद्र फडणवीस से मिलने पहुंचे उद्धव ठाकरे,क्या पिघलेगी बर्फ?
नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा का एक बड़ा मधुर गीत है- ये मुलाकात इक बहाना है… मंगलवार को ऐसी ही एक बहाने वाली मुलाकात ने महाराष्ट्र की सियासत में नई हलचल पैदा कर दी। शिवसेना के मुखिया उद्धव ठाकरे बुके लेकर देवेंद्र फडणवीस को महाराष्ट्र के नए सीएम बनने की बधाई देने के बहाने से पहुंचे। ठाकरे ने हाथ बढ़ाया और फडणवीस ने उसे गर्मजोशी से थाम लिया। ठाकरे ने फूलों का गुलदस्ता आगे किया और फडणवीस ने वह भी सहर्ष स्वीकार किया। यह सब देखकर किसी को लगेगा ही नहीं कि इन दोनों के बीच कोई अनबन भी हुआ करती थी। ठीक ही कहते हैं, सियासत में कब क्या हो जाए, कुछ कहा नहीं जा सकता!
उद्धव आज जिस गर्मजोशी से फडणवीस से मिले, वह हैरान करती है। ठीक पांच साल पहले, यही उद्धव थे जिन्होंने फडणवीस के लिए ‘मातोश्री’ के दरवाजे बंद करवा दिए थे। यह विधानसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद की बात थी। पत्रकारों ने जब पूछा कि वे उद्धव से मिलने के लिए ‘मातोश्री’ क्यों नहीं गए, तो फडणवीस ने कहा था, ‘मैंने कोशिश की, मैंने उनसे कहा, मैं आऊंगा, उन्होंने कहा नहीं…यह किसी व्यक्ति का सवाल नहीं है। अगर कोई कहता है कि मत आओ और बात करने के लिए तैयार नहीं है, तो उनके पास जाने का कोई मतलब नहीं है।’
उद्धव ठाकरे जब मंगलवार को देवेंद्र फडणवीस से मिलने पहुंचे तो उन्हें अतीत के पांच साल जरूर याद आ रहे होंगे। इन पांच सालों में उद्धव और शिवसेना के लिए बहुत कुछ बदल चुका है। अब उद्धव के पास शिवसेना की कमान है और शिवसेना को उनकी नाक के नीचे से छीनकर ले गए पूर्व मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे चला रहे हैं। उद्धव की पार्टी को अब विपक्ष में बैठना पड़ रहा है, कहां तो वह बीजेपी के साथ सत्ता में हुआ करती थी!
गर्मजोशी तो दिखी मगर…
ठाकरे के दिए बुके को फडणवीस ने बड़ी आत्मीयता से संभाल रखा था। तस्वीरों से मालूम होता है कि शायद कभी साथ रहे दोनों नेता एक नई शुरुआत करना चाहते हैं। उद्धव के बेटे, आदित्य ठाकरे के बयान से इसका इशारा भी मिला।
सीएम से मुलाकात के बाद आदित्य ने मीडिया से कहा, ‘आज हमारे पार्टी प्रमुख उद्धव ठाकरे ने सीएम देवेंद्र फडणवीस और विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर से मुलाकात की। यह आगे की ओर एक कदम है। महाराष्ट्र सरकार के लिए काम करते समय, दोनों (सत्ता पक्ष और विपक्ष) को देश और राज्य के हित के लिए एक साथ काम करने की राजनीतिक परिपक्वता दिखानी चाहिए।’
उद्धव के साथ कौन-कौन गया था?
उद्धव के साथ फडणवीस से मुलाकात करने वालों में विधायक आदित्य ठाकरे, विधान परिषद विपक्ष नेता अंबादास दानवे, शिवसेना नेता, विधायक अनिल परब, विधायक भास्कर जाधव, विधायक सचिन अहीर, विधायक संजय पोटनिस, विधायक वरुण सरदेसाई भी शामिल थे।
उद्धव ठाकरे ने एक बयान में कहा कि ‘फडणवीस के नेतृत्व वाली सरकार को विधानसभा चुनाव से पहले किए गए वादे के अनुसार,’लाडकी बहिन योजना’ के तहत महिलाओं को 2,100 रुपये प्रति माह देने चाहिए।’