नीदरलैंड के सांसद ने फिर किया नूपुर शर्मा का समर्थन, कहा-‘कभी नहीं मांगनी चाहिए माफी’
नई दिल्ली। पैगंबर मोहम्मद पर नूपुर शर्मा द्वारा की गई टिप्पणी से उठा विवाद अभी तक रुकने का नाम नहीं ले रहा है। इस मामले में शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट द्वारा नूपुर शर्मा पर की गई टिप्पणी के बाद विवाद फिर से शुरू हो गया है। इसे लेकर भारत में राजनीति तेज हो गई है और विपक्षी दल बीजेपी पर लगातार हमला कर रहे हैं. हालांकि नूपुर के समर्थन में बोलने वालों की भी कमी नहीं है। उन्हें भारत ही नहीं,बल्कि दूसरे देशों से भी बड़ी संख्या में सपोर्ट मिल रहा है। ऐसा ही एक सपोर्ट उन्हें नीदरलैंड से मिला है। यहां के दक्षिणपंथी नेता और सांसद गीर्ट वाइल्डर्स ने एक बार फिर नूपुर शर्मा का समर्थन किया है। आइए जानते हैं गीर्ट वाइल्डर्स ने क्या कहा।
भारतीय सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद जब मीडिया में इस पर खबर चली तो वाइल्डर्स ने अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने ट्वीटर पर लिखा, ‘मुझे लगा कि भारत में शरिया अदालतें नहीं हैं। पैगंबर के बारे में सच बोलने के लिए उन्हें कभी भी माफी नहीं मांगनी चाहिए। वह उदयपुर घटना के लिए जिम्मेदार नहीं हैं। कट्टरपंथी असहिष्णु मुसलमान ही इसके लिए जिम्मेदार हैं।
क्या कहा था सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर पर
बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में शुक्रवार को नुपुर शर्मा की ओर से एक अर्जी डाली गई थी। इसमें इस मामले को लेकर देशभर में उनके खिलाफ दर्ज मुकदमों को दिल्ली ट्रांसफर करने की मांग की गई थी। इस याचिका की सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट ने नूपुर शर्मा को खूब फटकार लगाई थी। कोर्ट ने कहा था कि,उदयपुर में एक हिंदू दर्जी की हत्या सहित देश में जो कुछ भी हो रहा है, उसके लिए वह अकेली जिम्मेदार हैं। उनके बयान से देश उबल गया है। नुपुर को खतरा है या उनके बयान से देश खतरे में पड़ गया है? सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि जो कुछ भी हो रहा है, हम उससे वाकिफ हैं। कोर्ट ने नूपुर से टीवी पर आकर पूरे देश से माफी मांगने को कहा था।
पहले भी सपोर्ट कर चुके हैं वाइल्डर्स
यह पहला मौका नहीं है जब गीर्ट वाइल्डर्स ने नूपुर का समर्थन किया है। इससे पहले भई वह नूपुर के सपोर्ट में उतर चुके हैं। जब यह विवाद शुरू हुआ था तब भी उन्होंने नूपुर का बचाव किया था। उन्होंने लिखा था,“यह बहुत हास्यास्पद है कि अरब और इस्लामिक देश भारतीय नेता नुपूर शर्मा के पैगंबर के बारे में सच बताने पर भड़के हुए हैं। भारत क्यों माफी मांगे? तुष्टीकरण कभी काम नहीं करता है। यह चीजों को और ज्यादा खराब कर देता है। इसलिए भारत के मेरे मित्रों आप मुस्लिम देशों की धमकी में न आएं। आजादी के लिए खड़े हों और अपनी नेता नुपूर शर्मा के बचाव में गर्व महसूस करें।”