8वें वेतन आयोग की मांग को लेकर सेवानिवृत्त कर्मचारियों ने किया धरना प्रदर्शन
जिलाधिकारी को सौंपा प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री को संबोधित ज्ञापन
वाराणसी (जनवर्ता)। सिविल सेवा नियमावली को वापस लेने और पेंशनरों को आठवें वेतन आयोग का लाभ देने की मांग को लेकर मंगलवार को सेवानिवृत्त कर्मचारी एवं पेंशनर्स एसोसिएशन और शिक्षक महासंघ के पदाधिकारियों व सदस्यों ने जोरदार धरना प्रदर्शन किया। यह कार्यक्रम वरुणा नदी के किनारे शास्त्री घाट पर आयोजित किया गया, जिसमें जिलेभर से सेवानिवृत्त कर्मचारी बड़ी संख्या में शामिल हुए।
धरना प्रदर्शन के पश्चात एसोसिएशन के जिला मंत्री अशोक सिंह, वरिष्ठ उपाध्यक्ष मदन मोहन श्रीवास्तव और अध्यक्ष विरेन्द्र सिंह ने प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री को संबोधित पांच सूत्रीय ज्ञापन जिलाधिकारी एवं पुलिस कमिश्नर के प्रतिनिधियों को सौंपा।
इस मौके पर माध्यमिक शिक्षक संघ के जिला अध्यक्ष शरफुद्दीन ने सरकार पर पेंशनर्स को “भार” समझने का आरोप लगाते हुए कहा कि उन्हें वेतन आयोग का लाभ न देना उनके अधिकारों पर कुठाराघात है। एसोसिएशन के अध्यक्ष विरेन्द्र सिंह ने कहा कि एक जनवरी 2026 से पूर्व सेवा निवृत्त होने वाले पेंशनर्स को यदि आयोग का लाभ नहीं दिया गया, तो यह उनके संवैधानिक अधिकार का उल्लंघन होगा।
वरिष्ठ उपाध्यक्ष मदन मोहन श्रीवास्तव ने आरोप लगाया कि सरकार कर्मचारियों को बांटकर संघर्ष करवाना चाहती है। उन्होंने कोराना काल के बकाया महंगाई राहत की तत्काल घोषणा की मांग की। माध्यमिक शिक्षा परिषद क्षेत्रीय कार्यालय के सेवानिवृत्त अधिकारी डॉ. राम अवतार यादव ने सरकार की नीतियों को कर्मचारी विरोधी बताते हुए कहा कि यह कार्यरत और सेवानिवृत्त कर्मचारियों में विभाजन पैदा कर रही है।
प्राथमिक विद्यालयों के मर्जर को शिक्षा के अधिकार के खिलाफ बताते हुए प्राथमिक संघ के अध्यक्ष सनत सिंह ने कहा कि इससे गरीब और वंचित बच्चों की शिक्षा पर सीधा असर पड़ेगा।
जिला मंत्री अशोक सिंह ने कहा कि पेंशन राशिकरण की कटौती 10 वर्षों में पूर्ण हो जाती है, इसके बावजूद 15 वर्षों तक कटौती जारी रखना अन्यायपूर्ण है। उन्होंने सरकार से ब्याज रहित राशिकरण में ब्याज जैसी कटौती करने पर भी सवाल उठाया।
धरने में सुरेश कुमार सिंह, सीता राम, विरेन्द्र प्रताप सिंह, रवि शंकर दूबे, ओम प्रकाश पाण्डेय, रविन्द्र नाथ सिंह, ज्योति प्रकाश शुक्ला, कमलेश सिंह, मिट्ठू यादव, लाल बहादुर, दीनानाथ, जयवंत कुमार राय, कृपा शंकर गोंड, प्रभु नारायण शर्मा सहित दर्जनों पेंशनर्स उपस्थित रहे।
सभी वक्ताओं ने एक सुर में चेताया कि यदि सरकार ने जल्द सकारात्मक निर्णय नहीं लिया, तो आंदोलन और तेज किया जाएगा।