घसियारी टोला में शराब ठेके के खिलाफ फूटा महिलाओं का गुस्सा

घसियारी टोला में शराब ठेके के खिलाफ फूटा महिलाओं का गुस्सा

चेताया ठेका नहीं हटा तो उग्र आंदोलन तय

वाराणसी (जनवार्ता)। दुर्गाकुंड क्षेत्र स्थित घसियारी टोला में खुले शराब ठेके को लेकर स्थानीय महिलाओं का आक्रोश एक बार फिर फूट पड़ा। शुक्रवार को दर्जनों महिलाओं ने सामाजिक कार्यकर्ता मदन लाल मौर्या के नेतृत्व में सड़कों पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया। महिलाओं ने प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की निष्क्रियता पर सवाल उठाते हुए ठेका हटाने की मांग को लेकर नारेबाजी की।

प्रदर्शन कर रही महिलाओं का कहना है कि शराब की दुकान एक अत्यंत संवेदनशील क्षेत्र में खोली गई है, जहां संकट मोचन मंदिर, दुर्गाकुंड मंदिर, त्रिदेव मंदिर और मानस मंदिर जैसे प्रमुख धार्मिक स्थल स्थित हैं। इसके अतिरिक्त, इस मार्ग से स्कूली बच्चे बड़ी संख्या में गुजरते हैं। महिलाओं ने कहा कि ऐसी जगह पर शराब बिक्री से सामाजिक माहौल दूषित हो रहा है और बच्चों की सुरक्षा पर भी खतरा मंडरा रहा है।सामाजिक कार्यकर्ता मदन लाल मौर्या ने कहा, “यह शराब ठेका सिर्फ धार्मिक भावनाओं को ठेस नहीं पहुंचा रहा, बल्कि संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर की प्रतिमा के सामने खुले होने के कारण सामाजिक न्याय के मूल्यों का भी अपमान कर रहा है।”प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि जिलाधिकारी और स्थानीय विधायक को कई बार ज्ञापन सौंपा गया, लेकिन अब तक कोई प्रभावी कार्रवाई नहीं हुई है। यहां तक कि स्थानीय पार्षद भी अब संवाद से बच रहे हैं।

महिलाओं ने चेतावनी दी कि यदि जल्द से जल्द ठेका हटाने की दिशा में कदम नहीं उठाया गया, तो वे आंदोलन को और उग्र रूप देंगी। उनका कहना है कि यह लड़ाई केवल शराब ठेके के खिलाफ नहीं, बल्कि सामाजिक मर्यादाओं और बच्चों के सुरक्षित भविष्य के लिए है।प्रदर्शन के दौरान महिलाएं “शराब ठेका हटाओ”, “बच्चों की सुरक्षा बचाओ”, “धार्मिक स्थलों का अपमान बंद करो” जैसे नारे लगाती रहीं। आंदोलन के और तेज होने की संभावना को देखते हुए प्रशासन की अगली कार्रवाई पर सबकी निगाहें टिकी हैं।

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