लाल किले से मोदी का रिकॉर्ड तोड़ भाषण — 103 मिनट में विकास, संकल्प और पाकिस्तान को चेतावनी
नई दिल्ली (जनवार्ता) । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 79वें स्वतंत्रता दिवस पर लाल किले की प्राचीर से 103 मिनट का ऐतिहासिक भाषण देकर नया कीर्तिमान स्थापित किया। यह किसी भी प्रधानमंत्री द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर दिया गया अब तक का सबसे लंबा संबोधन है। इससे पहले 2024 में उन्होंने 98 मिनट का भाषण दिया था। इस वर्ष का संबोधन उनका लगातार 12वां था, जिसके साथ उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के लगातार 11 बार भाषण देने के रिकॉर्ड को पीछे छोड़ दिया।
लाल किले पर सबसे अधिक बार तिरंगा फहराने का गौरव पंडित जवाहरलाल नेहरू (17 बार) के नाम है, जबकि इंदिरा गांधी ने 16 बार झंडा फहराया था। नरेंद्र मोदी अब 12 बार तिरंगा फहराकर तीसरे स्थान पर हैं। अपने भाषण में प्रधानमंत्री ने पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान को कड़ा संदेश देते हुए कहा, “भारत परमाणु ब्लैकमेल बर्दाश्त नहीं करेगा। सिंधु जल संधि के तहत हमारा पानी दुश्मनों की धरती को सींचता था जबकि हमारी धरती प्यासी रहती थी। अब भारत और उसके किसानों को अपने पानी पर अधिकार होगा।” राजनीतिक और कूटनीतिक हलकों में इस बयान को पाकिस्तान के प्रति सख्त चेतावनी और भविष्य की नीति की झलक माना जा रहा है।