वराणसी: टीईटी अनिवार्यता के विरोध में शिक्षकों का धरना प्रदर्शन 16 को
वाराणसी (जनवार्ता)। उत्तर प्रदेशीय प्राथमिक शिक्षक संघ, वराणसी के शिक्षक नेता सनत कुमार सिंह ने बताया कि टीईटी लागू होने से पूर्व नियुक्त शिक्षकों पर भी टीईटी अनिवार्य करने के निर्णय से शिक्षक समुदाय में तीव्र नाराजगी है। उन्होंने कहा कि यह निर्णय सेवा शर्तों के विपरीत है और इसे स्वीकार नहीं किया जाएगा। इस मुद्दे को लेकर संघ के प्रांतीय सदस्य डॉ. दिनेश चंद्र शर्मा के नेतृत्व में प्रांतीय पदाधिकारी भारत सरकार के केंद्रीय मंत्रियों से मुलाकात कर इस भेदभावपूर्ण नियम को हटाने का अनुरोध करेंगे।
सनत कुमार सिंह ने बताया कि 16 सितंबर को अपराह्न 3 बजे जिला अधिकारी कार्यालय पर धरना-प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा जाएगा। उन्होंने कहा कि 1 सितंबर को माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के अनुसार, जिन शिक्षकों की सेवा 5 वर्ष से कम शेष है, उन्हें टीईटी से छूट दी गई है, लेकिन जिनकी सेवा 5 वर्ष से अधिक है, उन्हें 2 वर्ष में टीईटी पास करना अनिवार्य होगा, अन्यथा उनकी सेवाएं समाप्त कर दी जाएंगी। सनत ने इस निर्णय को भेदभावपूर्ण बताते हुए पुनर्विचार की मांग की है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि किसी भी कर्मचारी की नियुक्ति के समय निर्धारित सेवा शर्तें ही पूरे सेवाकाल तक लागू रहनी चाहिए। सनत कुमार सिंह ने सभी शिक्षकों से धैर्यपूर्वक धरना-प्रदर्शन में शामिल होने की अपील की है, ताकि सरकार पर दबाव बनाकर टीईटी की अनिवार्यता को समाप्त करवाया जा सके।