विंध्याचल के रामगया घाट पर पितृ पक्ष अमावस्या में उमड़ा भक्तों का सैलाब, पुलिस प्रशासन मुस्तैद
विंध्याचल (जनवार्ता) : पितृ पक्ष की सर्व पितृ अमावस्या पर विंध्याचल के पवित्र रामगया घाट पर हजारों भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। भगवान राम द्वारा अपने पितरों के तर्पण स्थल के रूप में प्रसिद्ध इस घाट पर श्राद्ध, तर्पण और पिंडदान के लिए देश के कोने-कोने से श्रद्धालु पहुंचे। मान्यता है कि रामगया घाट पर पिंडदान करने से गया के समान पुण्य प्राप्त होता है, जिसके कारण इस अवसर पर भारी भीड़ देखी गई।
रामगया घाट का धार्मिक महत्व
पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान राम ने अपने पिता राजा दशरथ और अन्य पितरों के मोक्ष के लिए रामगया घाट पर पिंडदान किया था, जिसके कारण इस स्थान का नाम रामगया घाट पड़ा। सर्व पितृ अमावस्या पर उन सभी पितरों का श्राद्ध किया जाता है, जिनकी तिथि अज्ञात है या जिन्हें भूल गए हैं। श्रद्धालुओं का मानना है कि इस दिन तर्पण और पिंडदान से पितरों की आत्मा को शांति और पुण्य की प्राप्ति होती है।
पुलिस प्रशासन की रही कड़ी व्यवस्था
भक्तों की भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद रहा। पुलिस अधीक्षक सोमेन वर्मा के निर्देश पर अपर पुलिस अधीक्षक नीतेश सिंह, क्षेत्राधिकारी विवेक जावला, थाना प्रभारी वेद प्रकाश पांडे (विंध्याचल), और थाना प्रभारी दया शंकर ओझा (रामगढ़) ने सुरक्षा और व्यवस्था बनाए रखने के लिए कड़े इंतजाम किए। भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया था।
श्रद्धालुओं में उत्साह
रामगया घाट पर सुबह से ही भक्तों की कतारें देखी गईं। श्रद्धालुओं ने गंगा स्नान के बाद पितरों के लिए तर्पण और पिंडदान किया। स्थानीय पंडितों का कहना है कि इस पवित्र स्थल पर पितृ पक्ष के दौरान किया गया श्राद्ध अत्यंत फलदायी होता है।
पुलिस प्रशासन की चुस्त व्यवस्था और श्रद्धालुओं के उत्साह के बीच रामगया घाट पर पितृ पक्ष का यह आयोजन सकुशल संपन्न हुआ।