शीतला माता आरती: बीमारी और कष्टों से मुक्ति पाने का दिव्य साधन
शीतला माता को रोगों और विशेषकर चेचक, बुखार और अन्य संक्रामक रोगों से बचाने वाली देवी माना जाता है। Sheetla Mata Aarti करने से मन, शरीर और वातावरण शुद्ध होता है, और भक्त के जीवन में स्वास्थ्य, सुरक्षा और सकारात्मक ऊर्जा आती है। श्रद्धा और भक्ति भाव से की गई शीतला माता आरती न केवल घर में सुख-शांति लाती है, बल्कि भक्त के मन में मां की कृपा का अनुभव कराती है।
Sheetla Mata Aarti
जय शीतला माता, मैया जय शीतला माता
आदि ज्योति महारानी सब फल की दाता।
जय जय शीतला माता…
रतन सिंहासन शोभित, श्वेत छत्र भ्राता
ऋद्धि-सिद्धि चंवर ढुलावें, जगमग छवि छाता ।
जय जय शीतला माता …
विष्णु सेवत ठाढ़े, सेवें शिव धाता
वेद पुराण बरणत पार नहीं पाता।
जय जय शीतला माता…
इन्द्र मृदंग बजावत चन्द्र वीणा हाथा
सूरज ताल बजाते नारद मुनि गाता।
जय जय शीतला माता …
घंटा शंख शहनाई बाजै मन भाता
करै भक्त जन आरति लखि लखि हरहाता ।
जय जय शीतला माता…
ब्रह्म रूप वरदानी तुही तीन काल ज्ञाता
भक्तन को सुख देनौ मातु पिता भ्राता ।
जय जय शीतला माता …
जो भी ध्यान लगावें प्रेम भक्ति लाता
सकल मनोरथ पावे भवनिधि तर जाता ।
जय जय शीतला माता…
रोगन से जो पीड़ित कोई शरण तेरी आता
कोढ़ी पावे निर्मल काया अन्ध नेत्र पाता।
जय जय शीतला माता…
बांझ पुत्र को पावे दारिद कट जाता
ताको भजै जो नाहीं सिर धुनि पछिताता।
जय जय शीतला माता…
शीतल करती जननी तू ही है जग त्राता
उत्पत्ति व्याधि विनाशत तू सब की घाता ।
जय जय शीतला माता…
दास विचित्र कर जोड़े सुन मेरी माता
भक्ति आपनी दीजे और न कुछ भाता ।
जय जय शीतला माता…
आरती करने की विधि
- स्नान और पवित्र वस्त्र – पहले स्नान करें और साफ-सुथरे वस्त्र पहनें।
- पूजा स्थल तैयार करें – माता शीतला की मूर्ति या चित्र स्थापित करें।
- पुष्प और अक्षत अर्पित करें – माता को फूल और अक्षत अर्पित करें।
- दीप और धूप – दीपक और धूप जलाकर आरती करें।
- मंत्र जाप – “ॐ ऐं ह्रीं क्लीं शीतलायै नमः” मंत्र का जाप करें।
- आरती – अब श्रद्धा और भाव के साथ शीतला माता आरती करें।
- भोग और प्रसाद – भोग अर्पित करें और प्रसाद सभी में वितरित करें।
आरती के लाभ
- रोग और बुखार से मुक्ति – नियमित आरती से शरीर में रोग और बुखार से सुरक्षा मिलती है।
- मानसिक शांति – आरती करने से मन शांत होता है और चिंता दूर होती है।
- सकारात्मक ऊर्जा – घर और आसपास का वातावरण पवित्र और ऊर्जावान बनता है।
- आध्यात्मिक बल – भक्ति भाव प्रगाढ़ होने से आत्मा को आध्यात्मिक शक्ति मिलती है।
- मां की कृपा और संरक्षण – श्रद्धा और भक्ति से माता की कृपा जीवन में आती है और सभी कार्य सफल होते हैं।
Sheetla Mata Aarti केवल एक पूजा नहीं है, बल्कि यह भक्ति, शक्ति और सुरक्षा का दिव्य साधन है। इसे श्रद्धा और भक्ति के साथ नियमित रूप से करने से मानसिक शांति, स्वास्थ्य और सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है। माता शीतला के आशीर्वाद से जीवन में सभी रोग और बाधाएँ दूर होती हैं, और घर-परिवार में सुख, शांति और समृद्धि आती है।