तीन दिवसीय एमएसएमई सेवा पर्व 2025 का हुआ सफल आयोजन
हस्तशिल्प एवं लघु उद्योगों से संबंधित 130 स्टॉलों की लगाई गई प्रदर्शनी
वाराणसी (जनवार्ता)।सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 28 से 30 सितम्बर 2025 तक वाराणसी स्थित रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर में एमएसएमई सेवा पर्व 2025 का आयोजन किया गया। इस तीन दिवसीय आयोजन का मुख्य विषय “विरासत से विकास” रहा।
सेवा पर्व के अंतर्गत कुटीर, हस्तशिल्प एवं लघु उद्योगों से संबंधित 130 स्टॉलों की प्रदर्शनी कार्यक्रम स्थल पर लगाई गई। प्रदर्शनी में हाथ से बनी बनारसी साड़ियों, हथकरघा उत्पादों, खादी एवं ग्रामोद्योग की विविध सामग्रियों सहित अनेक कुटीर उद्योग से संबंधित उत्पादों का आकर्षक प्रदर्शन किया गया।
इस प्रदर्शनी में न केवल वाराणसी के शिल्पकारों और उद्यमियों ने भाग लिया बल्कि आसपास के जनपदों के कारीगरों ने भी अपने उत्पादों का प्रदर्शन किया। इन्हीं प्रदर्शनियों में से एक “श्री महादेव खादी ग्रामोद्योग संस्थान, रौजा (गाजीपुर)” के स्टॉल पर खादी से बने उत्पादों की बिक्री और प्रदर्शन को दर्शकों ने खूब सराहा।
इस अवसर पर भारी संख्या में स्थानीय लोगों एवं आगंतुकों ने न सिर्फ प्रदर्शनी का अवलोकन किया बल्कि पारंपरिक हस्तशिल्प एवं कुटीर उद्योग उत्पादों में गहरी दिलचस्पी दिखाई।
एमएसएमई सेवा पर्व 2025 ने स्थानीय कारीगरों, उद्यमियों एवं शिल्पकारों को अपने कौशल और उत्पादों को व्यापक स्तर पर प्रस्तुत करने का एक सुनहरा अवसर प्रदान किया। साथ ही, इस आयोजन के द्वारा आत्मनिर्भर भारत के संकल्प को सुदृढ़ करते हुए “विरासत से विकास” की अवधारणा को रेखांकित किया गया।