विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक गिरफ्तार,ज्ञानवापी में जिलाभिषेक का किया था एलान
वाराणसी। सावन के अंतिम सोमवार पर ज्ञानवापी में जिलाभिषेक का एलान करने वाले विश्व हिंदू सेना के अध्यक्ष अरुण पाठक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। वो जैसे ही अस्सी घाट से जल लेकर निकला वैसे ही पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। अरुण पर पहले से कई मुकदमे दर्ज हैं।
भेलूपुर थाना क्षेत्र निवासी अरुण पाठक ने एलान किया था वो परंपरागत रूप से हर वर्ष श्रृंगार गौरी के जलाभिषेक के लिए अस्सी घाट से जल भरकर बाबा दरबार जाने के लिए निकलते हैं। इस बार भी जब ज्ञानवापी परिसर के अंदर आदि विशेश्वर के मिलने की पुष्टि हो गई है तो परंपरागत रूप से मां श्रृंगार गौरी का जलाभिषेक करना जरूरी है।
उनके इस एलान में कई अखाड़ों के संत और महामंडलेश्वर के साथ नेता सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री भी शामिल थीं। सुभाष चंद्र बोस की प्रपौत्री राजश्री चौधरी को रविवार को ही प्रयागराज में पुलिस ने हिरासत में ले लिया। घटना दोपहर की रही लेकिन देर रात तक पुलिस ने इसकी भनक किसी को नहीं लगने दी थी। राजश्री को बेहद गोपनीय तरीके से पुलिस लाइन लाया गया था। वो तब से पुलिस लाइन गेस्ट हाउस में हैं।
अरुण पाठक भरोसा करने लायक नहीं
देश की पहली किन्नर महामंडलेश्वर हेमांगी सखी ने विश्व हिंदू सेना के प्रमुख अरुण पाठक पर जमकर निशाना साधा है। वीडियो जारी कर कहा कि अरुण पाठक विश्वास करने योग्य नहीं है। उन्होंने कहा कि अरुण पाठक की ओर से सावन के अंतिम सोमवार पर अनुष्ठान के लिए आमंत्रित किया गया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता और सहयोग करने की बात कही गई। हालांकि यह नहीं बताया गया कि पुलिस ने इस कार्यक्रम की अनुमति नहीं दी है। वाराणसी आने के बाद उनको यह जानकारी मिली। बताया कि अरुण ने उनके किसी परिचित से संपर्क कर आमंत्रित किया था। महामंडलेश्वर हेमांगी सखी ने वाराणसी के एक होटल से अपना बयान जारी किया है।