मिर्जामुराद में केंद्रीय जीएसटी टीम की बड़ी कार्रवाई: भिखारीपुर कबाड़ी व्यापारी के ठिकाने पर कई घंटे छापेमारी

मिर्जामुराद में केंद्रीय जीएसटी टीम की बड़ी कार्रवाई: भिखारीपुर कबाड़ी व्यापारी के ठिकाने पर कई घंटे छापेमारी

वित्तीय अनियमितताओं की शिकायत पर जांच तेज

rajeshswari

मिर्जामुराद (जनवार्ता) । भिखारीपुर नेशनल हाईवे किनारे स्थित प्रमुख कबाड़ी व्यापारी पन्नालाल एंड अशोक कुमार ट्रेडर्स पर मंगलवार की शाम केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) की टीम ने आकस्मिक छापेमारी की। उच्चाधिकारियों के सख्त निर्देश पर अंजाम पाई इस कार्रवाई में टीम ने व्यापारी की दुकान और आवासीय परिसर दोनों जगहों पर एक साथ दबिश देकर कई घंटों तक गहन जांच-पड़ताल की। इलाके में यह खबर फैलते ही हड़कंप मच गया, और आसपास के व्यापारियों के बीच कर चोरी व वित्तीय गड़बड़ियों को लेकर चर्चाओं का दौर शुरू हो गया।

सूत्रों के अनुसार, छापेमारी का मुख्य कारण हाल ही में प्राप्त कर अनियमितताओं और वित्तीय हेराफेरी की शिकायतें ही हैं। सीजीएसटी टीम ने दुकान से जुड़े सभी वित्तीय रिकॉर्ड, बही-खाते,ये रजिस्टर, जीएसटी रिटर्न और लेन-देन संबंधी दस्तावेजों की बारीकी से छानबीन की। इसके अलावा, व्यापारी के आवासीय परिसर से कई महत्वपूर्ण फाइलें, दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक रिकॉर्ड जब्त कर लिए गए। कार्रवाई के दौरान अधिकारियों ने व्यापारी पन्नालाल और उनके सहयोगियों से कारोबार की ब्यौरेवार जानकारियां लीं, जिसमें कच्चे माल की खरीद-बिक्री, सप्लाई चेन और टैक्स पेमेंट का पूरा हिसाब-किताब शामिल था।

मौके पर मौजूद सीजीएसटी अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह कार्रवाई ‘नियमित जांच’ (रेगुलर इंक्वायरी) के तहत की जा रही है, और किसी बड़े घोटाले का खुलासा होने तक कुछ भी पुष्टि नहीं की जा सकती। हालांकि, स्थानीय सूत्रों का दावा है कि कबाड़ व्यापार में फर्जी बिलिंग और इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) के दुरुपयोग की आशंका जताई जा रही है, जो पिछले कुछ महीनों से क्षेत्रीय व्यापारियों के बीच शिकायतों का विषय बनी हुई थी। छापेमारी के दौरान दुकान पर सन्नाटा पसर गया, जबकि आसपास के दुकानदारों ने अपनी दुकानों के शटर डाउन कर दिए।

इसे भी पढ़े   राष्ट्रीय शिक्षक सम्मान 2025 से सम्मानित हुईं मधुरिमा तिवारी

भिखारीपुर जैसे व्यस्त व्यापारिक केंद्र पर ऐसी कार्रवाई से स्थानीय कबाड़ बाजार पर असर पड़ने की संभावना है। विशेषज्ञों का मानना है कि जीएसटी विभाग की बढ़ती सतर्कता से अब छोटे-मझोले व्यापारियों पर भी नजर रखी जा रही है, ताकि टैक्स चोरी की जड़ें उखाड़ी जा सकें। फिलहाल जांच जारी है, और प्रारंभिक रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई जैसे जुर्माना, जब्ती या कानूनी कदम तय होंगे। स्थानीय प्रशासन ने शांति बनाए रखने का आह्वान किया है, जबकि व्यापारी समुदाय ने पारदर्शी जांच की मांग की है।

Shiv murti

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *