कुपवाड़ा : 12 घंटे की मुठभेड़ में 2 आतंकी ढेर
सर्च ऑपरेशन जारी
जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा जिले में नियंत्रण रेखा (LoC) के पास मंगलवार सुबह सुरक्षाबलों ने 12 घंटे चली संयुक्त कार्रवाई में दो आतंकियों को ढेर कर घुसपैठ की कोशिश नाकाम कर दी। यह ऑपरेशन 13 अक्टूबर की शाम करीब 7 बजे कुंबकड़ी वन क्षेत्र में शुरू हुआ था, जब आतंकियों ने सीमा पार से घुसपैठ की कोशिश की। सेना और BSF की संयुक्त टीम ने तत्काल मोर्चा संभालते हुए जवाबी कार्रवाई की। फिलहाल क्षेत्र में सर्च ऑपरेशन जारी है।
पिछले कुछ महीनों में जम्मू-कश्मीर के LoC और सीमावर्ती इलाकों में घुसपैठ की कई कोशिशें की गईं, जिन्हें सुरक्षाबलों ने लगातार विफल किया है। हालांकि इस दौरान कई जवानों को भी शहादत देनी पड़ी है।
8 सितंबर को कुलगाम के गुड्डर वन क्षेत्र में ऑपरेशन गुड्डर के तहत हुई मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए थे, जबकि घायल हुए दो जवान शहीद हो गए थे। मारे गए आतंकियों में एक की पहचान शोपियां निवासी आमिर अहमद डार के रूप में हुई थी, जो लश्कर-ए-तैयबा से जुड़ा हुआ था।
जम्मू के आरएस पुरा सेक्टर में इंटरनेशनल बॉर्डर से घुसपैठ की कोशिश कर रहे पाकिस्तान के सरगोधा निवासी सिराज खान को ऑक्ट्रोई चौकी के पास BSF ने फायरिंग के बाद गिरफ्तार किया था। उसके पास से पाकिस्तानी मुद्रा भी बरामद हुई थी।
13 अगस्त को बारामूला जिले के उरी सेक्टर में स्थित चुरुंडा गांव के पास पाकिस्तानी गोलीबारी में भारतीय सेना का एक जवान शहीद हो गया था।
8 मई को पुंछ और तंगधार सेक्टर में पाकिस्तानी सेना द्वारा की गई गोलाबारी में 5 फील्ड रेजिमेंट के लांस नायक दिनेश कुमार शहीद हुए।
12 अप्रैल को अखनूर के केरी बट्टल क्षेत्र में आतंकियों के साथ हुई मुठभेड़ में 9 पंजाब रेजिमेंट के JCO कुलदीप चंद ने प्राण न्यौछावर किए।
28 मार्च को कठुआ में हुई मुठभेड़ में दो आतंकी मारे गए थे, लेकिन स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप के तारिक अहमद, जसवंत सिंह, जगबीर सिंह और बलविंदर सिंह शहीद हो गए थे। साथ ही DSP धीरज सिंह समेत तीन जवान घायल हुए थे।
सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि सर्दियों से पहले पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की कोशिशें तेज हो सकती हैं, ऐसे में सीमा पर निगरानी और ऑपरेशन लगातार जारी रहेंगे।