हरियाणा : आईपीएस सुसाइड के जांच अधिकारी भी ने गोली मार की खुदकुशी
3 पेज का सुसाइड नोट और वीडियो में IPS पर गंभीर इल्जाम
रोहतक (हरियाणा) (जनवार्ता): हरियाणा पुलिस विभाग में लगातार हो रही आत्महत्याओं ने पूरे राज्य को हिलाकर रख दिया है। मात्र एक सप्ताह के अंतराल में दूसरे पुलिसकर्मी की मौत ने आईपीएस वाई. पूरन कुमार के सुसाइड केस में नया मोड़ ला दिया है। रोहतक के लधोत गांव में एक खेत के पास बने कमरे में असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर (एएसआई) संदीप कुमार (उम्र 35 वर्ष) का शव मिला, जिन्होंने खुद को गोली मार ली। संदीप रोहतक साइबर सेल में तैनात थे और आईपीएस पूरन कुमार के स्टाफ पर चले रहे भ्रष्टाचार व एक्सटॉर्शन केस की जांच कर रहे थे।
पुलिस को घटनास्थल से एक 3 पेज का सुसाइड नोट और 6 मिनट का वीडियो बरामद हुआ है, जिसमें संदीप ने मृतक आईपीएस वाई. पूरन कुमार पर भ्रष्टाचार, जातिवाद और सिस्टम को हाईजैक करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। नोट में संदीप ने लिखा, “मैं सच्चाई के लिए अपना बलिदान दे रहा हूं। पूरन कुमार एक भ्रष्ट अधिकारी थे, जिन्होंने जातिवाद का सहारा लेकर ईमानदार अफसरों को हटाया और भ्रष्ट लोगों को बढ़ावा दिया। उनकी मौत जांच से बचने के डर से हुई।” वीडियो में संदीप ने पूर्व रोहतक एसपी नरेंद्र बिजार्निया की तारीफ की, जिन्हें पूरन कुमार के दबाव में हटाया गया था, और कहा कि वे भगत सिंह की तरह देश के लिए लड़ रहे हैं।
यह घटना 7 अक्टूबर को आईपीएस पूरन कुमार (52 वर्ष, 2001 बैच) की चंडीगढ़ स्थित आवास पर गोली लगने से मौत के ठीक 7 दिन बाद हुई है। पूरन ने अपने सुसाइड नोट में सीनियर अफसरों पर जातिगत उत्पीड़न और मानसिक प्रताड़ना का आरोप लगाया था। संदीप ने पूरन के करीबी हेड कांस्टेबल सुषील कुमार को एक्सटॉर्शन केस में गिरफ्तार किया था, जो 6 अक्टूबर को हुआ था। सुषील खुद को पूरन का पर्सनल सिक्योरिटी ऑफिसर बताता था।
एसपी रोहतक सुरेंद्र सिंह भोरिया ने बताया, “संदीप एक मेहनती और ईमानदार अधिकारी थे। फॉरेंसिक टीम जांच कर रही है, लेकिन प्रारंभिक जांच में सुसाइड की पुष्टि हुई है।” इस घटना के कुछ घंटे पहले ही कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूरन कुमार के परिवार से चंडीगढ़ में मुलाकात की थी। राहुल ने कहा, “यह मौत सिर्फ एक परिवार की नहीं, बल्कि सभी दलितों की इज्जत का सवाल है। पीएम मोदी और सीएम नायब सिंह सैनी को वादा निभाना चाहिए और दोषी अफसरों पर कार्रवाई करनी चाहिए।”
राजनीतिक घमासान तेज हो गया है। विपक्ष ने हरियाणा सरकार पर पुलिस विभाग में भ्रष्टाचार और जातिवाद को बढ़ावा देने का आरोप लगाया है। पूरन के परिवार ने डीजीपी सत्यजीत कपूर समेत 8 अफसरों के खिलाफ एक्शन की मांग की है, जिसके बाद कपूर को छुट्टी पर भेजा गया। सीएम सैनी ने शोक व्यक्त करते हुए सीबीआई जांच का आश्वासन दिया है। संदीप के परिवार ने भी निष्पक्ष जांच की मांग की है।