रुद्राक्ष में जुनैद कबीर की ‘मिरर’ का भव्य विमोचन, साहित्य जगत ने सराहा

रुद्राक्ष में जुनैद कबीर की ‘मिरर’ का भव्य विमोचन, साहित्य जगत ने सराहा

वाराणसी (जनवार्ता)। रुद्राक्ष कन्वेंशन सेंटर, सिगरा में बुधवार को साहित्यकार जुनैद कबीर की नई काव्य संग्रह ‘मिरर’ का भव्य विमोचन हुआ। पद्मश्री डॉ. कमलाकर त्रिपाठी के करकमलों द्वारा विमोचित यह पुस्तक रोजमर्रा की जिंदगी की घटनाओं पर अनोखी दृष्टि डालती है, जो पाठक को आत्मचिंतन की ओर ले जाती है। निर्मल भागवत फाउंडेशन और कबीर फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित इस कार्यक्रम में साहित्य, शिक्षा और कला जगत के दिग्गज उपस्थित हुए।

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कार्यक्रम तीन सत्रों में विभक्त रहा। प्रथम सत्र में विमोचन समारोह संपन्न हुआ, जिसमें मुख्य अतिथि पद्मश्री डॉ. कमलाकर त्रिपाठी के अलावा काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के हिंदी विभाग के पूर्व अध्यक्ष एवं पूर्व कुलपति प्रो. सदानंद शाही, पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. रामसुधार सिंह, पूर्व प्राध्यापक डॉ. बलिराज पांडेय, प्रबंधन विभाग के डीन प्रो. एच.पी. माथुर तथा पिलग्रिम्स पब्लिशिंग के निदेशक रामानंद तिवारी समेत अन्य गणमान्य अतिथियों ने भाग लिया।

द्वितीय सत्र पुस्तक पर परिचर्चा का रहा, जिसका संयोजन डॉ. रामसुधार सिंह ने किया। चर्चा में अधिवक्ता अब्दुल्ला खालिद, अंग्रेजी शिक्षिका बीना राय, मनोविज्ञान शोध छात्रा ज़ेबा खान तथा युवा समाजसेवी व लेखक रवि शेखर ने ‘मिरर’ की रचनाओं पर गहन विमर्श किया। विशेषज्ञों ने पुस्तक को ‘आत्मा का दर्पण’ करार देते हुए कहा कि यह समाज के हर वर्ग के लिए प्रासंगिक है, जो वास्तविकता को उजागर करती है।

तीसरे सत्र में सांस्कृतिक आयोजन हुआ। वरिष्ठ रंगकर्मी एवं गायक अजय रोशन ने जुनैद कबीर के दोहों का मार्मिक गायन किया। इसके अलावा ‘मिरर’ की प्रसिद्ध कविता ‘ई हवा रजा बनारस’ पर आधारित नाटक का मंचन अजय रोशन एवं उनके सहयोगियों द्वारा किया गया, जिसने दर्शकों को काशी की सांस्कृतिक धरोहर से जोड़ दिया। अंत में लेखक जुनैद कबीर और युवा रंगकर्मी व शोध छात्रा अंशुप्रिया ने पुस्तक की चुनिंदा रचनाओं का भावपूर्ण पाठ किया।

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कार्यक्रम का संचालन अंतरराष्ट्रीय मंच संचालक, कवि एवं साहित्यकार डॉ. भारत भूषण तथा आकाशवाणी वाराणसी की प्रसिद्ध उद्घोषिका कवयित्री जगदीश्वरी चौबे ने किया। आयोजन में आकाशवाणी वाराणसी के पूर्व निदेशक राजेश गौतम, वरिष्ठ शिक्षक एवं कवि डॉ. कमालुद्दीन शेख, पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ. अनुराधा बैनर्जी, वरिष्ठ रंगकर्मी राजेश्वर त्रिपाठी, मुफ्ती जुनैद नोमानी तथा राजकीय क्वींस इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य सुमित श्रीवास्तव समेत राष्ट्रीय-अंतरराष्ट्रीय स्तर के साहित्यकार, बुद्धिजीवी, पत्रकार और समाजसेवी उपस्थित रहे।

‘मिरर’ को साहित्य प्रेमियों ने खूब सराहा। जुनैद कबीर ने कहा, “यह पुस्तक जीवन की सच्चाइयों को प्रतिबिंबित करती है, जो हर पाठक को स्वयं से रूबरू कराती है।” कार्यक्रम ने वाराणसी को साहित्यिक राजधानी के रूप में एक बार फिर स्थापित किया।

Shiv murti

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