चले आओ अब राम | प्रभु श्रीराम को हृदय में आमंत्रित करने वाली प्रार्थना

“चले आओ अब राम” भजन एक सच्चे भक्त की भावनाओं को व्यक्त करता है, जो प्रभु श्रीराम से कहता है — “अब मेरे जीवन में आओ, मेरा मार्गदर्शन करो।” यह भजन हमें ईश्वर के प्रति समर्पण, विश्वास और प्रेम का संदेश देता है। जब हम संसार की परेशानियों में उलझ जाते हैं, तब यह भजन याद दिलाता है कि प्रभु सदा हमारे साथ हैं, बस हमें उन्हें सच्चे मन से पुकारना होता है। यह प्रार्थना मन को शांत करती है और आत्मा को प्रभु के सानिध्य में ले जाती है।

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माँ कौशल्या तुझको पुकारे,
चले आओ अब राम हमारे,
कब तक खुद से झूठ कहूं मैं,
अब ना राम से दूर रहूं मैं,
कब आएंगे कब आएंगे,
जय सियाराम सियाराम सियाराम…….

कब आएंगे पूछे मेरा मन व्याकुल सुबह शाम को,
अवधपुरी भी सज चुकी है मिलने प्रभु श्री राम को,
भोर दुपहरिया सांझ और रतिया,
अँखियाँ तरसे राम को,
जय सियाराम सियाराम सियाराम……..

जबसे जानी माँ कौशल्या राम अवध हैं आ रहे,
अँखियों से खुशियों के मोती पल पल बरसे जा रहे,
निंत नित पूछ रही है मैया राम कहाँ टीक आये हैं,
लाल से मिलने की अभिलाषा अब ना रोकी जाए है,
द्वार कड़ी है मैया द्वार कड़ी है,
जय सियाराम सियाराम सियाराम,
द्वार खड़ी है मैया द्वारखड़ी है,
द्वार खड़ी है मैया लेकर ममता देखने राम को,
अवधपुरी भी सज चुकी है मिलने प्रभु श्री राम को,
जय सियाराम सियाराम सियाराम…………

लक्ष्मण को संदेह हुआ ना भारत के मन में पाप हो,
लेकिन हाथ जोड़ वो बोले प्रभु चलो तुम मेरे साथ हो,
राजा का जीवन भी देखो सेवक बनके बिठाये थे,
वन से भैया के खड़ाऊ अपने साथ वो लाये थे,
भारत पुकारे हो राम हमारे,
जय सियाराम सियाराम सियाराम,
भारत पुकारे राम हमारे नैनो को विश्राम दो,
अवधपुरी भी सज चुकी है मिलने प्रभु श्री राम को,
जय सियाराम सियाराम सियाराम……

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अग्नि भी आंसू बहाये जल की बूंदे प्यासी हैं,
कबसे तोहरी रात ताके अँखियाँ बरसों से उदासी हैं,
उडी धुल माटी की देखो राम कहानी गाये हैं,
घर घर खुशियों के दीपक हो बहकतों ने जलाये हैं,
अवध पधारो सियाराम हमारे प्राणो में अब प्राण दो,
अवधपुरी भी सज चुकी है मिलने प्रभु श्री राम को,
जय सियाराम सियाराम सियाराम…….

भजन गाने की विधि

  • सुबह या शाम के समय स्नान कर स्वच्छ वस्त्र पहनें।
  • पूजाघर में दीपक, धूप और पुष्प अर्पित करें।
  • भगवान श्रीराम, माता सीता और हनुमान जी के चित्र या मूर्ति के सामने बैठें।
  • तीन बार “श्रीराम जय राम जय जय राम” मंत्र का जप करें।
  • फिर आंखें बंद करके प्रभु को अपने हृदय में आमंत्रित करते हुए “चले आओ अब राम” भजन गाएँ या सुनें।
  • अंत में राम नाम का स्मरण करते हुए प्रार्थना करें कि प्रभु आपके जीवन में शांति, प्रेम और दिशा प्रदान करें।

लाभ

  • मन से चिंता, भय और नकारात्मकता का नाश होता है।
  • आत्मा को सुकून और ईश्वर के प्रति गहरा जुड़ाव प्राप्त होता है।
  • घर में शांति, भक्ति और प्रेम का वातावरण बनता है।
  • प्रभु श्रीराम की कृपा से जीवन में सुख, समृद्धि और संतोष का अनुभव होता है।
  • यह भजन हमें सिखाता है कि प्रभु के बिना जीवन अधूरा है, और उनका नाम ही जीवन का सहारा है।

निष्कर्ष

“चले आओ अब राम” भजन केवल एक प्रार्थना नहीं, बल्कि भक्ति की पुकार और आत्मा की आवाज़ है। जब भक्त सच्चे मन से राम को बुलाता है, तो प्रभु अवश्य उसके जीवन में उतरते हैं और हर अंधकार को दूर करते हैं। यह भजन हमें सिखाता है कि जीवन में जब भी हम भटकें, बस प्रभु को पुकारें — “चले आओ अब राम।”

Shiv murti

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