गंगा का जलस्तर बढ़ाव की ओर, तटवर्ती इलाकों में फैलने लगा बाढ़ का पानी
वाराणसी, गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ाव की ओर है। गंगा के रुख में तेजी के बाद अब वरुणा का रुख भी पलट प्रवाह की वजह से बढ़ने लगा है। माना जा रहा है कि जल्द ही वरुणा का पानी निचले इलाकों से अब वाराणसी शहर में प्रवेश करने लगेगा। अब एक मीटर से भी कम अगर गंगा का जलस्तर बढ़ गया तो चेतावनी का स्तर गंगा पार कर जाएंगी। जबकि प्रतिघंटे दो सेंटीमीटर का जलस्तर बढ़ाव पर है।
आने वाले एक दो दिनों में बारिश होने के बाद नदी का जलस्तर और भी बढ़ सकता है। वरुणा के साथ ही अब गंगा का जलस्तर पहाड़ों पर बारिश के बाद और भी बढ़ने लगा है। ऐसे में बारिश की संभावना बनी होने के बीच बाढ़ का रुख तटवर्ती इलाकों में चिंता का माहौल पैदा कर रहा है। दोपहर 12 बजे गंगा का जलस्तर 69.42 मीटर तक पहुंच गया है। अब चेतावनी बिंदु के काफी करीब यह स्तर बढ़ चुका है। गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ेगा तो देर रात तक ज्ञान प्रवाह नाले से पानी शहर में घुस सकता है।
वाराणसी में गंगा का जलस्तर सुबह आठ बजे राजघाट पर दो सेंटीमीटर प्रतिघंटे की गति से बढ़ रहा है। बाढ़ की सूरत देखते हुए बाढ़ राहत कंट्रोल रूम का नंबर 0542-2508550, 09140037137 जारी किया गया है। वाराणसी में गंगा का जलस्तर 70.262 चेतावनी के स्तर पर है। जबकि खतरा बिंदु 71.262 मीटर पर है। अब तक वर्ष 1978 में गंगा का जल स्तर सर्वाधिक 73.901 मीटर दर्ज किया गया था वहीं पिछला बाढ़ का सर्वाधिक स्तर वर्ष 2021 में 72.320 मीटर दर्ज किया गया था। सुबह आठ बजे वाराणसी में गंगा का जलस्तर 69.34 मीटर प्रतिघंटा दो सेंटीमीटर बढ़ाव पर था। जबकि बढ़ाव का यही क्रम जारी रहा तो अगले चौबीस से 48 घंटे में नदी का जलस्तर चेतावनी बिंदु के करीब पहुंच जाएगा।
वरुणा में पलट प्रवाह : गंगा में बढ़ाव होने से वरुणा में पलट प्रवाह का दौर शुरू हो चुका है। वरुणा का जलस्तर बढ़ने से तमाम निचले इलाकों में वरुणा का पानी घरों में प्रवेश करने लगा है। वरुणा का पानी घरों में घुसने से अब लोग पलायन करने की तैयारियों में जुट गए हैं तो कुछ छतों पर अब पानी कम होने तक के लिए आसरा लिए हुए हैं।