अव्यवस्था मिलने पर अर्पित हास्पिटल सील, संचालक पर मुकदमा दर्ज
वाराणसी (जनवार्ता)। सेवापुरी क्षेत्र के जंसा जलालपुर स्थित अर्पित हास्पिटल को बुधवार को मुख्य चिकित्सा अधिकारी (सीएमओ) डॉ. संदीप चौधरी के आदेश पर सील कर दिया गया। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी (एसीएमओ) डॉ. आरआर प्रसाद के नेतृत्व में सोमवार को की गई छापेमारी में अस्पताल में कोई चिकित्सक मौजूद नहीं मिला। साथ ही बायोमेडिकल कचरे का उचित निस्तारण न होने से संक्रमण का गंभीर खतरा पाया गया।

निरीक्षण के दौरान अस्पताल परिसर में सुई, सिरिंज, ड्रेसिंग सामग्री और खून से सने कपड़े खुले में फेंके मिले, जो बायोमेडिकल वेस्ट मैनेजमेंट नियम 2016 का खुला उल्लंघन है। अस्पताल संचालक का आवास भी परिसर में ही होने से उसे खाली कराकर ताला लगा दिया गया।
यह कार्रवाई हालिया विवाद के बाद
हुई, जब एक प्रसूता सोनाली वर्मा की मौत के मामले में परिजनों ने अस्पताल के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया था। मृतका के पति संजय वर्मा ने आरोप लगाया कि पत्नी का ऑपरेशन से बच्चा हुआ था। आठ दिन अस्पताल में रखने के बाद घर भेज दिया गया, लेकिन दो दिन बाद पेट दर्द होने पर फिर भर्ती किया गया। एक दिन बाद ही उसे छाया हास्पिटल रेफर कर दिया, जहां उसकी मौत हो गई। परिजनों का दावा है कि ऑपरेशन में गड़बड़ी से मौत हुई। मामला सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद स्वास्थ्य विभाग हरकत में आया।
सीएमओ डॉ. चौधरी ने कहा, “लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।” अस्पताल संचालक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। सेवापुरी थाने के एसआई पवन यादव जांच कर रहे हैं।

