दालमंडी व्यापारियों के उत्पीड़न के खिलाफ सपा सांसद वीरेंद्र सिंह का धरना, प्रशासन के आश्वासन पर समाप्त
वाराणसी (जनवार्ता)। चंदौली लोकसभा सांसद एवं समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता वीरेंद्र सिंह ने दालमंडी में सड़क चौड़ीकरण के नाम पर हो रहे व्यापारियों के उत्पीड़न और तोड़फोड़ के खिलाफ सोमवार को जोरदार प्रदर्शन किया। पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत सांसद प्रतिनिधिमंडल के साथ दालमंडी पहुंचना चाहते थे, लेकिन प्रशासन ने भारी पुलिस बल तैनात कर उन्हें रोक दिया। यह दूसरी बार था जब सांसद को दाल मंडी जाने से रोका गया।

नाराज सांसद ने पूरे प्रतिनिधिमंडल के साथ सड़क पर ही धरना शुरू कर दिया और स्पष्ट कहा, “या तो हमें व्यापारियों से मिलने दिया जाए या गिरफ्तार कर लिया जाए।” करीब तीन घंटे चली गहमागहमी के बाद एडीएम सिटी ने आश्वासन दिया कि मंगलवार 11 नवंबर को शाम 4 बजे आईएमए परिसर में पीड़ित व्यापारियों, सपा प्रतिनिधिमंडल और पीडब्ल्यूडी, वीडीए सहित सभी संबंधित अधिकारियों की बैठक होगी, जिसमें समस्याओं का तत्काल निराकरण किया जाएगा। इस आश्वासन के बाद सांसद ने धरना समाप्त किया।
प्रेस से बातचीत में वीरेंद्र सिंह ने कहा, “वाराणसी प्रशासन दमनकारी नीति पर चल रहा है। देश के प्रधानमंत्री खुद वाराणसी के सांसद हैं, फिर भी यहां की सभ्यता-संस्कृति और सैकड़ों साल पुरानी परंपरागत गलियों को नष्ट करने की साजिश हो रही है। दाल मंडी पूर्वांचल की सबसे बड़ी एवं पुरानी मंडी है, जहां हजारों छोटे व्यापारी अपनी रोजी-रोटी चलाते हैं। चौड़ीकरण से पहले वैकल्पिक मंडी और पुनर्वास की व्यवस्था की जानी चाहिए। अगर मंडी उजड़ी तो पूर्वांचल की हजारों ग्राम सभाओं की अर्थव्यवस्था चौपट हो जाएगी।”
सांसद ने व्यापारियों से अपील की कि कल की बैठक में अधिकाधिक संख्या में पहुंचें और अपनी समस्याएं खुलकर रखें।
धरने में पूर्व मंत्री सुरेंद्र पटेल, पूर्व एमएलसी अरविंद सिंह, पूर्व विधायक अब्दुल समद अंसारी, एमएलसी आशुतोष सिंहा, पूर्व मंत्री मनोज राय धूपचंडी, पूर्व महापौर प्रत्याशी ओपी सिंह, वरिष्ठ नेता किशमिश गुरु, पूर्व विधानसभा प्रत्याशी पूजा यादव, पूर्व महानगर अध्यक्ष विष्णु शर्मा समेत सैकड़ों सपा कार्यकर्ता मौजूद रहे।

