साई बाबा तुझपे हमें ऐतबार | भरोसे, भक्ति और साईं कृपा का पवित्र भाव

साई बाबा तुझपे हमें ऐतबार | भरोसे, भक्ति और साईं कृपा का पवित्र भाव

“साई बाबा तुझपे हमें ऐतबार” — यह पंक्ति एक भक्त के उस सच्चे विश्वास को व्यक्त करती है जो जीवन की हर परिस्थिति में साईं बाबा पर निर्भर रहता है। जब मन उलझनों से भर जाता है, रास्ते अटके हुए लगते हैं और इंसान खुद को अकेला महसूस करता है, तब यही भरोसा उसे संभालता है। साईं बाबा की शिक्षाएँ—श्रेध्दा और सबूरी—जीवन में धैर्य, ताकत और उम्मीद जगाती हैं। यह पंक्ति हमें याद दिलाती है कि बाबा की कृपा हमेशा उन पर रहती है जो सच्चे मन से उन्हें पुकारते हैं और उन पर विश्वास रखते हैं।

rajeshswari

साई बाबा तुझपे हमे ऐतबार,
साई बाबा तुझपे हमे ऐतबार,
रहेगा तेरा यूँही हमपे ये प्यार,
रहेगा तेरा यूँही हमपे ये प्यार,
तुझे चाहने वाले है बेशुमार,
तुझे चाहने वाले है बेशुमार,
सभी के लिए है खुले तेरे द्वार,
रहेगा तेरा यूँही हमपे ये प्यार।

शिरडी में नित रोग कई धर्मो के आते,
आ तेरे दरबार में सब शीश नवाते,
शिरडी में नित रोग कई धर्मो के आते,
आ तेरे दरबार में सब शीश नवाते,
रंक या राजा में नहीं भेद यहाँ पे,
तेरी नज़र में है सभी एक यहाँ पे,
जैसे कर्म हो, हो वैसे फल मिले,
है जुदा जुदा सबकी मंज़िले,
तुझको ध्याये उनको होती नहीं है हार,
साई बाबा तुझपे हमे ऐतबार,
साई बाबा तुझपे हमे ऐतबार,
रहेगा तेरा यूँही हमपे ये प्यार,
सभी के लिए है खुले तेरे द्वार।

साई तेरे नाम का जो लेते सहारा,
डूबे ना मजधार मिले पाए किनारा,
साई तेरे नाम का जो लेते सहारा,
डूबे ना मजधार मिले पाए किनारा,
साईनाथ जो भी तुझे दिल से पुकारे,
उसके दयावान तुम्हे बिन है सुधारे,
धुप छाव को खेले ज़िन्दगी,
करनी है हमे तेरी बंदगी,
सूनी ज़िन्दगी में लाया है तू बहार,
साई बाबा तुझपे हमे ऐतबार,
साई बाबा तुझपे हमे ऐतबार,
रहेगा तेरा यूँही हमपे ये प्यार,
सभी के लिए है खुले तेरे द्वार,
तुझे चाहने वाले है बेशुमार,
तुझे चाहने वाले है बेशुमार,
रहेगा तेरा यूँही हमपे ये प्यार,
रहेगा तेरा यूँही हमपे ये प्यार……

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सरल विधि

  1. समय: गुरुवार का दिन और शाम का समय अत्यंत शुभ है।
  2. स्थान: साईं बाबा की तस्वीर या मूर्ति के सामने दीपक जलाएँ।
  3. सामग्री: पीले फूल, दीपक, धूप और प्रसाद।
  4. प्रारंभ: तीन बार “ॐ साईं राम” बोलकर मन शांत करें।
  5. भक्ति:
    भावपूर्वक बोलें—
    “साई बाबा तुझपे हमें ऐतबार…”
    इसके साथ साईं चालीसा या नाम जप कर सकते हैं।
  6. समापन: बाबा से अपने जीवन की परेशानियों हेतु समाधान और मार्गदर्शन माँगें।

इस भावना से मिलने वाले लाभ

  • मन में गहरा संतुलन और शांति आती है।
  • विश्वास मजबूत होता है, जिससे डर और चिंता कम होती है।
  • कठिन परिस्थितियों में भी धैर्य बना रहता है।
  • बाबा की कृपा से जीवन में सकारात्मक बदलाव आते हैं।
  • आत्मविश्वास और मानसिक मजबूती विकसित होती है।

निष्कर्ष

“साई बाबा तुझपे हमें ऐतबार” — यह पंक्ति हमारे और साईं बाबा के बीच एक पवित्र विश्वास का पुल बनाती है। जब भक्त पूरे मन से बाबा पर भरोसा करता है, तो उसे जीवन में कठिनाइयों का सामना करने की ताकत मिलती है। यह पवित्र भरोसा हमें भीतर से शांत करता है और एक नई उम्मीद देता है कि बाबा सब ठीक कर देंगे। सच में, साईं बाबा के द्वार पर विश्वास रखने वाला व्यक्ति कभी निराश नहीं होता—क्योंकि जहाँ बाबा होते हैं, वहाँ राह अपने आप बनती है।

Shiv murti

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