काशी विद्यापीठ के जिम व खेल मैदान की बदहाली के खिलाफ छात्रों का उग्र प्रदर्शन
वाराणसी (जनवार्ता) । महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के शारीरिक शिक्षा विभाग की जर्जर हालत और विश्वविद्यालय प्रशासन की उदासीनता के खिलाफ सोमवार को सैकड़ों छात्रों ने जोरदार विरोध प्रदर्शन किया। जिम के टूटे-फूटे उपकरण, बिजली की लटकती तारें, गंदगी से भरा परिसर और खेल मैदान से उखड़ी घास ने छात्रों का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचा दिया है।

छात्रों का कहना है कि पिछले महीने दीक्षांत समारोह में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने स्वयं विश्वविद्यालय प्रशासन को बुनियादी सुविधाओं को दुरुस्त करने के स्पष्ट निर्देश दिए थे, लेकिन कुलपति व प्रशासन ने उन निर्देशों को पूरी तरह नजरअंदाज कर दिया। सुधार सिर्फ कागजी घोड़े दौड़ाने तक सीमित रहे।
सोमवार को छात्रों ने कुलपति कार्यालय के सामने धरना-प्रदर्शन किया और नारेबाजी की। प्रदर्शन का नेतृत्व कर रहे छात्र शिवम यादव ‘भक्ति’, विवेक कनौजिया, विनोद यादव, अंकित अग्रहरि, आशीफ, जन्नत अख्तर, अभिषेक, विशाल, आशुतोष मौर्य, नितीश कुमार आदि ने चेतावनी दी कि यदि एक सप्ताह के अंदर जिम का पुनर्निर्माण, उपकरणों की मरम्मत, मैदान की सफाई और अन्य जरूरी सुविधाएं उपलब्ध नहीं कराई गईं तो आंदोलन को और तेज करते हुए अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल व कक्षा बहिष्कार तक किया जाएगा।
छात्रों ने कहा कि खेल और शारीरिक शिक्षा विभाग की यह बदहाली न सिर्फ उनकी सेहत व सुरक्षा को खतरे में डाल रही है, बल्कि विश्वविद्यालय की खेल गतिविधियों को भी ठप कर रही है।
विश्वविद्यालय प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है।

