बनारस की सबसे खूबसूरत सड़क बनेगी दालमंडी

बनारस की सबसे खूबसूरत सड़क बनेगी दालमंडी

3 डी मैप आया सामने

rajeshswari

वाराणसी (जनवार्ता) । ऐतिहासिक दालमंडी इलाके की संकरी और हमेशा जाम से जूझने वाली सड़क अब पूरी तरह बदलने वाली है। काशी विश्वनाथ मंदिर के ठीक पास स्थित यह गली जल्द ही एक चमचमाती, चौड़ी, हवादार और पर्यटकों के लिए पूरी तरह अनुकूल सड़क का रूप ले लेगी। उत्तर प्रदेश सरकार और पीडब्ल्यूडी की इस महत्वाकांक्षी सुंदरीकरण परियोजना का 3D वीडियो मैप सामने आ गया है, जिसमें दालमंडी को दिल्ली-बेंगलुरु स्टाइल की आधुनिक सड़क के रूप में दिखाया गया है।

वर्तमान में सिर्फ 6 फीट चौड़ी यह सड़क मध्य से दोनों तरफ 8.5 से 8.7 मीटर तक चौड़ी की जाएगी। कुल 650 मीटर लंबाई में से 600 मीटर हिस्सा नो-वायर जोन बनेगा, यानी ऊपर बिजली-प्लस के तारों का जंजाल पूरी तरह गायब हो जाएगा। दोनों ओर 3.2 मीटर चौड़े फुटपाथ बनेंगे जिनमें हरियाली और छोटे-छोटे पौधे लगाए जाएंगे। पूरी सड़क दूधिया सफेद एलईडी लाइटों से रोशन होगी और सभी इमारतों को एक ही रंग में पुतवाया जाएगा ताकि पूरा इलाका एकसमान और आधुनिक दिखे।

225 करोड़ रुपये की इस परियोजना में 187 भवनों का अधिग्रहण हो रहा है। प्रभावित लोगों को सर्किल रेट से दोगुना मुआवजा यानी करीब 88 हजार रुपये प्रति वर्ग मीटर दिया जा रहा है। मुआवजा प्रक्रिया आपसी सहमति से चल रही है और चौक थाने में पीडब्ल्यूडी का कैंप ऑफिस भी खोला गया है।

यह पूरा काम काशी विश्वनाथ कॉरिडोर परियोजना का हिस्सा है जो लहुराबीर से गिरजाघर होते हुए चौक तक सीधी और आसान पहुंच देगा। दालमंडी का यह 3D वीडियो वाराणसी के 160 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र के डिजिटल ट्विन मैप का हिस्सा है। देश का पहला ऐसा शहर बनारस ही है जहां इतने बड़े स्तर पर 3D डिजिटल जुड़वां शहर तैयार हुआ है। करीब 6 करोड़ में बने इस मैप की वजह से अब सड़कें चौड़ी करना, फ्लाईओवर बनाना या कोई भी विकास कार्य बिना बार-बार सर्वे के हो सकेगा।

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दालमंडी बाजार में 500 से ज्यादा दुकानें हैं और दुकानदारों के अतिक्रमण की वजह से दिन-रात जाम लगा रहता है। नई सड़क बनने के बाद चार पहिया गाड़ियां भी आसानी से निकल सकेंगी और रात में भी आवागमन सुगम रहेगा। पर्यटकों को काशी की पुरानी गलियों का एक नया, साफ-सुथरा और आधुनिक अनुभव मिलेगा। प्रशासन ने प्रभावित दुकानदारों को भरोसा दिलाया है कि उनकी हर चिंता का समाधान किया जाएगा।

कुल मिलाकर यह परियोजना बनारस को सचमुच एक स्मार्ट और विश्वस्तरीय पर्यटन शहर बनाने की दिशा में बड़ा कदम है।

Shiv murti

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