इंदिरा गांधी की जन्मतिथि पर विचार गोष्ठी संपन्न
देश कभी नहीं भूल सकता उनकी शहादत : वक्तागण

वाराणसी (जनवार्ता) । पूर्व प्रधानमंत्री भारत की ‘आयरन लेडी’ स्वर्गीय श्रीमती इंदिरा गांधी की 108वीं जन्मतिथि पर बुधवार को इंगलिसियालाइन स्थित पंडित कमलापति त्रिपाठी फाउंडेशन कार्यालय में विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने एक स्वर से कहा कि इंदिरा गांधी का त्याग, बलिदान और देशहित में लिया गया हर फैसला इतिहास के स्वर्णिम पृष्ठों में अंकित है, जिसे मिटाना या भुलाना असंभव है।
वक्ताओं ने इंदिरा गांधी के प्रमुख योगदानों को याद करते हुए कहा कि बैंकों के राष्ट्रीयकरण से उन्होंने आम जनता के लिए बैंकिंग सुविधाओं के द्वार खोले, ‘गरीबी हटाओ’ का नारा देकर 20-सूत्री कार्यक्रम चलाया और 1971 के भारत-पाक युद्ध में विजय प्राप्त कर पाकिस्तान के दो टुकड़े करके नए भूगोल की रचना की। देश की एकता-अखंडता के लिए उन्होंने अंततः अपनी शहादत तक दे दी। वक्ताओं ने इसे दुर्लभ बलिदान बताया और चेतावनी दी कि यदि आने वाली पीढ़ियाँ उनके योगदान को भूलने की भूल करेंगी तो देश उन्हें कभी माफ नहीं करेगा।
गोष्ठी की अध्यक्षता उत्तर प्रदेश सरकार सिंचाई आयोग के पूर्व अध्यक्ष एवं वरिष्ठ नेता पंडित विजयशंकर पाण्डेय ने की तथा संचालन फाउंडेशन के सचिव बैजनाथ सिंह ने किया। मुख्य वक्ता पूर्व एमएलसी एवं फाउंडेशन अध्यक्ष पंडित राजेशपति त्रिपाठी रहे।
इस अवसर पर प्रमुख रूप से वरिष्ठ अधिवक्ता राधेलाल, डॉ. पी.एस. पाण्डेय, अधिवक्ता भूपेंद्र प्रताप सिंह, आनंद सिंह, विजय कृष्ण राय ‘अन्नू’, मनोज चौबे, आनंद मिश्र, वैभव त्रिपाठी, ब्रह्मदेव मिश्रा, पुनीत मिश्र, महेंद्र चौहान, कमला कांत पाण्डेय, पंकज मिश्रा (एडवोकेट), अशोक कुमार पाण्डेय, सुवास राम, मोहम्मद अरशद, युवराज पाण्डेय, पिन्टू शेख सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।

