बनारस में नशीली कफ सिरप का अवैध रैकेट उजागर
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय का केंद्र व राज्य सरकार पर सनसनीखेज आरोप

वाराणसी (जनवार्ता) । उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय राय ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र में चल रहे अवैध नशीली कफ सिरप के बड़े रैकेट का खुलासा करते हुए केंद्र और उत्तर प्रदेश सरकार पर प्रशासन की मिलीभगत व लापरवाही का गंभीर आरोप लगाया।
अपने आवासीय कार्यालय में आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजय राय ने कहा कि प्रधानमंत्री के क्षेत्र में खुलेआम नशीली कफ सिरप का कारोबार हो रहा है, जिसकी जड़ें झारखंड, बिहार सहित विदेशों तक फैली हुई हैं। यह नेटवर्क बनारस के युवाओं की जिंदगी बर्बाद कर रहा है और प्रशासन की खामोशी गहरे संदेह पैदा कर रही है। उन्होंने इसे प्रशासन की पूर्ण विफलता बताया और मांग की कि इस मामले में पीएमओ से जुड़े लोगों की भूमिका की भी जांच हो।
कांग्रेस नेता ने सप्लाई चेन के दस्तावेज पेश करते हुए बताया कि 15 तारीख के रिकॉर्ड में भोला प्रसाद का पूरा नाम और पता दर्ज है, जबकि 19 तारीख के दस्तावेज में शुभम जायसवाल का सिर्फ नाम है, न पिता का नाम है और न ही पता। चंदौली, मुगलसराय, रांची सहित कई जगहों के पते अलग-अलग तारीखों में बदलते दिखाई दे रहे हैं। अजय राय ने इन्हें ड्रग इंस्पेक्टर और लाइसेंसिंग अधिकारियों की मिलीभगत का पुख्ता सबूत बताया।
उन्होंने कहा कि जहरीली कफ सिरप से अब तक कई लोगों की मौत हो चुकी है, फिर भी सरकार दोषियों को बचाने में जुटी है। अजय राय ने इलाहाबाद हाईकोर्ट की निगरानी में तत्काल न्यायिक जांच कराने और रैकेट के असली मास्टरमाइंड को बेनकाब करने की मांग की। उन्होंने चेतावनी दी कि सरकार की चुप्पी लापरवाही से आगे बढ़कर खुली संलिप्तता का संकेत दे रही है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में अजय राय ने धार्मिक आयोजनों में चयनात्मक आमंत्रण की परंपरा पर भी सवाल उठाते हुए सभी को समान सम्मान देने की मांग की।
अंत में कांग्रेस नेता ने कहा कि यह मुद्दा इसलिए उठाया जा रहा है ताकि बनारस का युवा नशे के दलदल में न डूबे। अगर सरकार अब भी नहीं जागी तो कांग्रेस सड़क से लेकर कोर्ट तक यह लड़ाई लड़ेगी।

