बिजली निजीकरण : संविदा कर्मियों की छटनी पर कल का सत्याग्रह स्थगित

बिजली निजीकरण : संविदा कर्मियों की छटनी पर कल का सत्याग्रह स्थगित

वाराणसी । बिजली के निजीकरण, इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल-2025 और प्रीपेड स्मार्ट मीटर के खिलाफ उत्तर प्रदेश में चल रहा प्रदेशव्यापी आंदोलन बुधवार को अपने 371वें दिन भी पूरी ताकत के साथ जारी रहा। वाराणसी सहित पूर्वांचल के सभी जिलों में बिजली कर्मचारियों ने जगह-जगह प्रदर्शन किए और निजीकरण के खिलाफ नारे लगाए।

rajeshswari

इसी बीच पूर्वांचल के आठ मंडलों में लगभग एक हजार संविदा कर्मियों की मनमानी से छटनी और टेंडर घटाने के प्रबंधन के प्रयास के खिलाफ संघर्ष समिति वाराणसी ने कड़ा रुख अपनाया था। समिति ने अधीक्षण अभियंता को 48 घंटे का अल्टीमेटम दिया था और गुरुवार से उनके कार्यालय पर अनिश्चितकालीन सत्याग्रह शुरू करने की घोषणा की थी। हालांकि बुधवार को अधीक्षण अभियंता सचिन कुमार ने संघर्ष समिति के प्रतिनिधिमंडल से वार्ता की और संविदा कर्मियों के जीविकोपार्जन की रक्षा के लिए उच्चाधिकारियों से तुरंत बात करके शीघ्र समाधान निकालने का लिखित आश्वासन दिया। इसके बाद संघर्ष समिति ने आपसी सहमति से प्रस्तावित सत्याग्रह को अगले निर्णय तक स्थगित कर दिया।

संघर्ष समिति के मीडिया प्रभारी अंकुर पाण्डेय ने बताया कि निजीकरण के खिलाफ एक साल से ज्यादा समय से चल रहे इस आंदोलन को और तेज करने के लिए 7 दिसम्बर को लखनऊ में प्रदेश स्तरीय बड़ी रणनीति बैठक बुलाई गई है। इस बैठक में प्रदेश के सभी जिलों और परियोजनाओं के संघर्ष समिति के संयोजक-सहसंयोजक तथा सभी घटक श्रमिक-कर्मचारी संघों के केन्द्रीय पदाधिकारी शामिल होंगे। बैठक में पिछले एक साल के संघर्ष की समीक्षा के साथ-साथ प्रबंधन की उत्पीड़नात्मक कार्रवाइयों, जैसे 25 हजार से अधिक संविदा कर्मियों की छटनी, हजारों कर्मियों के दूरस्थ ट्रांसफर, फेशियल अटेंडेंस के नाम पर महीनों तक वेतन रोकना, पदाधिकारियों पर फर्जी मुकदमे और कर्मियों-पेंशनर्स के घरों में जबरन प्रीपेड मीटर लगाना आदि, को वापस कराने तथा निजीकरण को पूरी तरह रद्द कराने की आगे की रणनीति तय की जाएगी।

इसे भी पढ़े   2500वें विद्युत रेल इंजन का महाप्रबंधक ने किया लोकार्पण

इस बीच संयुक्त किसान मोर्चा और किसान मजदूर मोर्चा ने भी बिजली निजीकरण और इलेक्ट्रिसिटी (अमेंडमेंट) बिल के खिलाफ आर-पार की लड़ाई लड़ने का ऐलान किया है। किसान मजदूर मोर्चा ने 5 दिसम्बर को तथा संयुक्त किसान मोर्चा ने 8 दिसम्बर को बड़ा आंदोलन करने की घोषणा की है।

आज वाराणसी में हुई सभा को ई. नवदीप सैनी, अंकुर पाण्डेय, राजेश सिंह, मनोज जैसवाल, हेमन्त श्रीवास्तव, अभिषेक सिंह, आशुतोष शुक्ला, चन्द्रशेखर सिंह, अनिल कुमार, कृष्णा सिंह सहित कई पदाधिकारियों ने संबोधित किया।

Shiv murti

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *