लोकसभा में इतिहास रचा: घोसी के सांसद राजीव राय ने एक साथ तीन प्राइवेट मेंबर बिल पेश किए
नई दिल्ली(जनवार्ता)।
घोसी संसदीय क्षेत्र के नाम आज लोकसभा के इतिहास में एक अभूतपूर्व उपलब्धि दर्ज हुई। घोसी के सांसद राजीव राय ने अपने क्षेत्रवासियों के आशीर्वाद और विश्वास के बल पर एक ही दिन में तीन महत्वपूर्ण *प्राइवेट मेंबर बिल* संसद में पेश कर नया कीर्तिमान स्थापित किया।

सांसद राजीव राय द्वारा पेश किए गए तीनों विधेयक पूर्वांचल की जरूरतों, सामाजिक विकास और सांस्कृतिक पहचान को गहराई से संबोधित करते हैं:
1. बुनकरों के सर्वांगीण कल्याण से जुड़ा विधेयक
पहला बिल पूर्वांचल एवं देशभर के बुनकरों के लिए शिक्षा, स्वास्थ्य बीमा, आवास, बिजली सब्सिडी, आधुनिक उपकरण उपलब्ध कराने तथा आर्थिक सहायता बढ़ाने के उद्देश्य से प्रस्तुत किया गया।
मऊ और आसपास के क्षेत्र पारंपरिक बुनकरी के लिए प्रसिद्ध हैं, ऐसे में यह विधेयक लाखों बुनकर परिवारों के जीवन स्तर में बदलाव का मार्ग खोल सकता है।
2. मऊ में एम्स की स्थापना का विधेयक
दूसरा बिल मऊ जिले में उच्चस्तरीय चिकित्सा सुविधाओं को सुदृढ़ करने हेतु *अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (AIIMS)* की स्थापना का प्रस्ताव रखता है।
यदि यह बिल आगे बढ़ता है, तो पूर्वांचल को विश्वस्तरीय स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध होगी और गंभीर बीमारियों के उपचार हेतु मरीजों को दूर-दूर के महानगरों की ओर भटकना नहीं पड़ेगा।
3. भोजपुरी भाषा को आठवीं अनुसूची में शामिल करने हेतु संविधान संशोधन विधेयक
तीसरा और सबसे महत्वपूर्ण बिल भोजपुरी भाषा को संविधान की आठवीं अनुसूची में शामिल करने से संबंधित है।
भोजपुरी को राष्ट्रीय मान्यता दिलाने की यह मांग दशकों से चली आ रही है। यह विधेयक भोजपुरी बोलने वाले करोड़ों लोगों की सांस्कृतिक पहचान और सम्मान को सुदृढ़ करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम माना जा रहा है।
सांसद राजीव राय द्वारा एक ही दिन में तीन महत्वपूर्ण निजी विधेयक पेश करना न केवल संसदीय परंपरा में अनोखा है, बल्कि यह घोसी क्षेत्र की विकास आकांक्षाओं और जनता की आवाज को मजबूत ढंग से देश की संसद में रखने का प्रमाण भी है।
घोसी क्षेत्र के लोगों में इस कदम को लेकर उत्साह और गर्व की भावना देखी जा रही है। सांसद राजीव राय ने कहा कि “इन विधेयकों का उद्देश्य पूर्वांचल के विकास, बुनकरों के उत्थान, स्वास्थ्य सुविधाओं के विस्तार और भोजपुरी भाषा को उसका वास्तविक सम्मान दिलाना है।”
इस ऐतिहासिक पहल के साथ घोसी लोकसभा क्षेत्र एक बार फिर राष्ट्रीय सुर्खियों में है।

