80 किलो चॉकलेट के गणपति:भोग के लिए 7 दिन में बना 30 किलो काजू का मोदक
आगरा। आगरा में इस बार गणेश उत्सव कुछ खास अंदाज में मनाया जा रहा है। इस बार 80 किलो चॉकलेट की गणपति प्रतिमा आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। साथ ही 30 किलो काजू का मोदक इस सुंदरता में चार चांद लगा रहा है।गणपति के इको फ्रेंडली स्वरूप को बेहद पसंद किया जा रहा है। मिठाई कारोबारी ने इस उत्सव को खूबसूरत अंदाज में मनाने के लिए 80 किलो चॉकलेट से गणपति की प्रतिमा तैयार कराई। इसके लिए दूसरे शहरों से चार कारीगर बुलाए गए।
3 फुट ऊंची है गजानन की प्रतिमा
इस प्रतिमा को 7 दिन में तैयार किया गया। 3 फुट ऊंची इस प्रतिमा को देखने के बाद लोग प्रशंसा करते नहीं थकते हैं। नेहरू नगर एमजी रोड पर भगत हलवाई द्वारा तैयार इस प्रतिमा को 16 डिग्री टेम्परेचर में विराजमान किया गया है। इससे अधिक टेम्परेचर होने पर चॉकलेट के पिघलने का डर है। इसलिए प्रतिमा विसर्जन अवधि तक हर समय इतना ही टेम्परेचर मेंटेन करना होगा।
इको फ्रेंडली होने के साथ काफी खूबसूरत है प्रतिमा
भगत हलवाई आउटलेट के संचालक यश भगत ने बताया कि चॉकलेट से बनी यह प्रतिमा देखकर लोगों का मन प्रसन्नता से भर जाता है। हर कोई इसके बारे में जानना चाहता है। दरअसल यह इको फ्रेंडली होने के साथ-साथ काफी खूबसूरत भी है। इससे पर्यावरण को किसी प्रकार का नुकसान नहीं होगा। प्रतिमा के पास रखा मोदक काजू से बना है। प्रतिमा विसर्जन के बाद इसे बच्चों में प्रसाद के रूप में बांटा जाएगा।
काजू से मोदक बनाने में लगे 7 दिन
चॉकलेट के गणपति के भोग के लिए 30 किलो काजू का मोदक तैयार किया गया है। इसको बनाने में 7 दिन लगे। इसे कई परतों में तैयार किया गया। हर दिन में करीब 4 से 6 इंच ऊंचा ही इसे बनाया जा सका। मोदक को स्थानीय कारीगरों ने ही तैयार किया है।