वाराणसी: दंपती ने कमरे में फांसी लगाकर दी जान
आमने-सामने लटके मिले शव; दो मासूम बेटियां अनाथ
वाराणसी (जनवार्ता) । चौबेपुर थाना क्षेत्र के रामपुर दुर्गावती गांव में मंगलवार को एक दंपती ने बंद कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। दोनों के शव आमने-सामने लटके मिले। घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों को नीचे उतरवाया और पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। आत्महत्या के कारणों का पता नहीं चल सका है, पुलिस हर पहलू से जांच कर रही है।

मृतक की पहचान सनी देवल राजभर (26) और उनकी पत्नी चांदनी राजभर (22) के रूप में हुई है। दंपती की दो बेटियां हैं आदिति (7 वर्ष) और काजल (3 वर्ष)। घटना उस समय सामने आई जब बड़ी बेटी आदिति स्कूल से घर लौटी। घर का दरवाजा खुला था, लेकिन माता-पिता नहीं दिखे। खोजने पर नहीं मिले तो वह रोने लगी। बच्ची के रोने की आवाज सुनकर पड़ोसी पहुंचे और कमरे की खिड़की से झांककर देखा तो दोनों शव फंदे से लटके मिले।
पड़ोसियों ने परिजनों को तुरंत सूचना दी। चचेरे भाई ने चाकू से फंदा काटकर शवों को नीचे उतारा और स्थानीय डॉक्टर को बुलाया, जिन्होंने दोनों को मृत घोषित कर दिया। सूचना पर चौबेपुर पुलिस और फोरेंसिक टीम मौके पर पहुंची। शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया।
मृतक सनी देवल राजभर चाट-फुल्की की फास्ट फूड दुकान चलाते थे। उनके पिता शिवकुमार राजभर लोक निर्माण विभाग में कार्यरत हैं। परिजनों ने बताया कि परिवार पर कोई कर्ज या विवाद नहीं था। आखिर किस परिस्थिति में दंपती ने यह कदम उठाया, यह समझ से परे है।
घटना के बाद परिवार में कोहराम मच गया। मां तीजा देवी और दोनों मासूम बेटियां सदमे में हैं। गांव में भी मातम पसरा हुआ है।
थाना प्रभारी अजीत कुमार वर्मा ने बताया कि प्रथम दृष्टया दोनों ने साथ में फांसी लगाकर आत्महत्या की है, लेकिन घर का दरवाजा खुला होने से हर कोण से जांच की जा रही है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने के बाद स्थिति स्पष्ट होगी। पुलिस मामले की गहन जांच में जुटी है।

