बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री खालिदा जिया का निधन
ढाका : बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री और बांग्लादेश नेशनलिस्ट पार्टी (बीएनपी) की चेयरपर्सन बेगम खालिदा जिया का आज सुबह निधन हो गया। वे 80 वर्ष की थीं। बीएनपी ने एक बयान में पुष्टि की कि खालिदा जिया का निधन ढाका के एवरकेयर अस्पताल में सुबह करीब 6 बजे फज्र की नमाज के तुरंत बाद हुआ। लंबी बीमारी से जूझ रही खालिदा जिया पिछले कई महीनों से गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का सामना कर रही थीं।

खालिदा जिया को लीवर सिरोसिस, डायबिटीज, गठिया, हृदय रोग, फेफड़ों में संक्रमण और किडनी संबंधी समस्याओं सहित कई गंभीर बीमारियां थीं। वे 23 नवंबर 2025 से एवरकेयर अस्पताल के सीसीयू में भर्ती थीं और वेंटिलेटर तथा लाइफ सपोर्ट पर थीं। उनके चिकित्सकों ने बताया कि उम्र और कई अंगों की जटिलताओं के कारण इलाज चुनौतीपूर्ण था। उनके बेटे तारिक रहमान 25 दिसंबर को 17 वर्ष के निर्वासन के बाद बांग्लादेश लौटे थे और अस्पताल में मौजूद थे।
खालिदा जिया बांग्लादेश की राजनीति की एक प्रमुख शख्सियत थीं। वे तीन बार प्रधानमंत्री रहीं: 1991 से 1996 तक और 2001 से 2006 तक। वे बांग्लादेश की पहली महिला प्रधानमंत्री थीं और मुस्लिम दुनिया में बेनजीर भुट्टो के बाद दूसरी महिला पीएम। उनके पति राष्ट्रपति जियाउर रहमान की 1981 में हत्या के बाद उन्होंने बीएनपी की कमान संभाली। शेख हसीना के साथ दशकों लंबी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता ने बांग्लादेश की राजनीति को आकार दिया, जिसे “बैटल ऑफ द बेगम्स” कहा जाता है।
न्यूयॉर्क टाइम्स, रॉयटर्स, बीबीसी, अल जजीरा, द हिंदू और अमर उजाला सहित प्रमुख मीडिया ने उनके निधन की पुष्टि की। अंतरिम नेता मुहम्मद यूनुस ने उन्हें “राष्ट्र की प्रेरणा स्रोत” बताया और प्रार्थना की अपील की थी। उनके निधन से बांग्लादेश में शोक की लहर है, और बीएनपी ने राष्ट्रव्यापी दुआ की अपील की है।
खालिदा जिया का निधन बांग्लादेश के लिए एक युग का अंत है। उनके योगदान को लोकतंत्र बहाली और महिलाओं के सशक्तिकरण से जोड़ा जाता है।

