सोमवार को अंबुजा सीमेंट के शेयरों में तेज उछाल देखा गया,नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में 52 सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंचा अम्बुजा सीमेंट

सोमवार को अंबुजा सीमेंट के शेयरों में तेज उछाल देखा गया,नेशनल स्टॉक एक्सचेंज में 52 सप्ताह के उच्च स्तर पर पहुंचा अम्बुजा सीमेंट

नई दिल्ली। एशिया के तीसरे सबसे अमीर व्यक्ति गौतम अडानी द्वारा अंबुजा सीमेंट का अधिग्रहण किए जाने के बाद इस अग्रणी सीमेंट कंपनी के दिन बदलने लगे हैं। 20,000 करोड़ रुपये की फंडिंग योजना से अंबुजा सीमेंट्स के शेयरों ने सोमवार को लगभग 9% की बढ़त हासिल की है।

अंबुजा सीमेंट्स के शेयर सोमवार के इंट्रा-डे ट्रेड में बीएसई पर 565.95 रुपये के नए उच्च स्तर पर पहुंच गए। शेयरों के दाम में लगभग 9 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई है। शुक्रवार को शेयरों का दाम 550.15 रुपये के अपने पिछले उच्च स्तर को पार कर गया था।

बता दें कि 15 सितंबर, 2022 को अंबुजा सीमेंट के नए बोर्ड ने तरजीही आधार पर हार्मोनिया ट्रेड एंड इनवेस्टमेंट (प्रमोटर इकाई) को 419 रुपये की कीमत पर 477.5 मिलियन परिवर्तनीय वारंट आवंटन के माध्यम से कंपनी में 20,000 करोड़ रुपये के निवेश को मंजूरी दी। कंपनी ने कहा कि वारंट को 18 महीने के भीतर इक्विटी शेयरों में परिवर्तित किया जा सकता है।

नए प्रमोटरों ने कहा है कि वे अगले पांच वर्षों में समूह की सीमेंट क्षमता को दोगुना करना चाहते हैं और 2030 तक सबसे बड़ी और सबसे कुशल सीमेंट कंपनी बनाना चाहते हैं। मैनेजमेंट ने कहा है कि ऊर्जा और रसद में समूह के जोखिम से लागत गतिशीलता में सुधार और लाभ प्राप्त करने में मदद मिलेगी।

अदानी समूह द्वारा अंबुजा सीमेंट्स में स्विस कंपनी होल्सिम की हिस्सेदारी खरीदने के लिए 6.4 अरब डॉलर का लेन-देन फाइनल होने के तुरंत बाद अंबुजा सीमेंट्स और इसकी सहायक कंपनी एसीसी के बोर्ड का शुक्रवार को पुनर्गठन किया गया। गौतम अडानी ने अंबुजा सीमेंट्स के बोर्ड के अध्यक्ष के रूप में पदभार संभाला, जबकि उनके बड़े बेटे करण को एसीसी में अध्यक्ष और गैर-कार्यकारी निदेशक नियुक्त किया गया। करण अंबुजा सीमेंट्स में गैर-कार्यकारी निदेशक भी होंगे।

इसे भी पढ़े   ममता बनर्जी I.N.D.I.A से आउट,क्या नीतीश कुमार कर रहे थर्ड अंपायर के फैसले का इंतजार?

अंबुजा सीमेंट्स और एसीसी दोनों को अदानी इंफ्रास्ट्रक्चर प्लेटफॉर्म के साथ तालमेल का फायदा होगा, खासकर कच्चे माल, अक्षय ऊर्जा और रसद के क्षेत्रों में, जहां अदानी पोर्टफोलियो वाली कंपनियों के पास व्यापक अनुभव और विशेषज्ञता है। अंबुजा और एसीसी को ईएसजी, सर्कुलर इकोनॉमी और पूंजी प्रबंधन पर अडानी समूह के फोकस से भी फायदा होगा।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *