इमरान को बाजवा ने किया था मजबूर? पूरी फोर्स लेकर पहुंचे थे मिलने
नई दिल्ली। पाकिस्तान में इमरान खान सरकार के गिरते ही राजनीतिक विश्लेषक इसके नफा नुकसानों के आकलन में जुट गए हैं,वहीं अब इस बात के भी कयास लगाए जा रहे हैं कि इस पूरे घटनाक्रम में पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा की क्या भूमिका रही थी। इसी बीच एक और दावा सामने आया है जिसमें बताया जा रहा है कि नेशनल असेंबली में वोटिंग से ठीक पहले बाजवा इमरान खान के आवास पर पहुंचे थे। इस मीटिंग के बारे में यह बताया गया कि यह बैठक बहुत सकारात्मक नहीं थी।
बाजवा को हटाने की नाकाम कोशिश की!
दरअसल,पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया कि इमरान खान ने बाजवा को बर्खास्त करने की नाकाम कोशिश की थी,इसके लिए बकायदा तैयारी भी की गई थी लेकिन इसी बीच रक्षा मंत्रालय ने इसे लेकर नोटिफिकेशन जारी नहीं किया। मीडिया रिपोर्ट में बाजवा का नाम नहीं लिया गया। लेकिन यह जरूर कहा गया कि इमरान ने एक सीनियर अधिकारी को हटाने की मांग की थी,जो प्रधानमंत्री के घर पर खास से मिलने हेलिकॉप्टर में पहुंचे थे।
देर रात से हेलिकॉप्टर से पहुंचे बाजवा और ISI चीफ
बीबीसी ने भी सूत्रों के हवाले से बताया कि बाजवा और ISI के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल नदीम अंजुम ने शनिवार देर रात खान के साथ बैठक की, इसके कुछ ही समय पहले अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया था। इस दौरान जनरल बाजवा के साथ इमरान के आवास पर फोर्स भी पहुंची थी। बताया गया कि दो बिन बुलाए मेहमान शनिवार की रात हेलिकॉप्टर से प्रधानमंत्री आवास पहुंचे,जो असाधारण सुरक्षा के घेरे में थे। करीब 15 मिनट तक खान से निजी तौर पर इनकी मुलाकात हुई।
अंत में बाजवा ने पलट दिया इमरान का गेम!
दिलचस्प बात यह है कि इस बैठक से ठीक एक घंटे पहले इमरान ने बैठक में मौजूद एक वरिष्ठ अधिकारी को हटाने का आदेश दिया था। हालांकि, इस वरिष्ठ अधिकारी को बर्खास्त करने और उनके उत्तराधिकारी की नियुक्ति के लिए रक्षा मंत्रालय की ओर से आधिकारिक अधिसूचना जारी नहीं की गई। इमरान को उम्मीद थी कि जो हेलिकॉप्टर उनके पास आ रहा है इसमें उनके नए नियुक्त अधिकारी होंगे। खान ने यह भी उम्मीद की थी कि बाजवा को बर्खास्त करने से उन्हें नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव पर काबू पाने में मदद मिलेगी। लेकिन ऐसा नहीं हुआ।
इतना ही नहीं इमरान ने यह भी तैयारी कर ली थी कि अगर बाजवा के हटाने का मामला सुप्रीम कोर्ट में गया तो वहां भी चुनौती दी जाएगी। फिलहाल इस बैठक के बाद और बाजवा के सीधे दखल से यह तय हो गया था कि अब इमरान खान की छुट्टी तय है। उधर नेशनल असेंबली में भी अविश्वास प्रस्ताव को रोकने के कई प्रयासों के बावजूद आधी रात को वोटिंग हुई। 342 सदस्यीय सदन में 174 सदस्यों ने प्रस्ताव के पक्ष में मतदान किया।