AAP नेता संदीप भारद्वाज ने की आत्महत्या, बीजेपी का दावा,’टिकट ना मिलने के…
नई दिल्ली। दिल्ली में आम आदमी पार्टी के नेता संदीप भारद्वाज ने गुरुवार को राजौरी गार्डन स्थिति अपने आवास पर कथित तौर पर फांसी लगाकर ‘खुदकुशी’ कर ली। इसके बाद इलाके में सनसनी फैल गई। वहीं दिल्ली के सियासी गलियारों में भी इस घटना को लेकर कई बातें कहीं जा रही हैं।
संदीप भारद्वाज के कुछ करीबियों का कहना है कि वे बीते कुछ दिनों से काफी परेशान थे। उनका ऐसा दावा है कि भारद्वाज को आने वाले एमसीडी चुनाव के लिए पार्टी से टिकट मिलने वाला था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ और तभी से वह खफा थे। हालांकि मौके से पुलिस को कोई भी सुसाइट नोट नहीं मिला है इसलिए कुछ भी पुख्ता तौर पर कहना मुश्किल है।
आप पर हमला बोलते हुए बीजेपी ने आरोप लगाया है कि एमसीडी चुनाव में केजरीवाल की पार्टी से टिकट नहीं मिलने से दुखी होकर संदीप भारद्वाज ने आत्महत्या कर ली। दिल्ली बीजेपी उपाध्यक्ष राजीव बब्बर ने ट्वीट किया, संदीप भारद्वाज मेरे साथ साप्ताहिक बाजार की समस्या लेकर आते थे। रमेश नगर से आम आदमी पार्टी की टिकट मांग रहे थे। पर अरविंद केजरवील के लोगो ने पैसे लेकर टिकट बेच दी। दुख में संदीप ने आत्महत्या कर ली । शर्म आनी चाहिए।
हालांकि दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने लिखा कि दिल्ली में आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता संदीप भारद्वाज जी की आकस्मिक मृत्यु बेहद दुखद। ईश्वर उनकी आत्मा को अपने श्री-चरणों में स्थान दें। दुख की इस घड़ी में उनके परिजनों के प्रति मेरी संवेदनाएँ हैं और पूरी पार्टी इस मुश्किल वक्त में संदीप जी के परिजनों के साथ खड़ी है।
बता दें, सूचना मिलने पर पहुंची स्थानीय पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है। फिलहाल अभी तक शव के पास से किसी प्रकार के सुसाइड नोट मिलने की पुष्टि नहीं की गई है और न ही आत्महत्या की वजह स्पष्ट हो पाई है।
पुलिस के मुताबिक आम आदमी पार्टी के मजदूर प्रकोष्ठ के सचिव संदीप भारद्वाज (55) को उनके एक दोस्त कुकरेजा अस्पताल ले गए। वहीं पुलिस की अपराध शाखा की टीम को मौके पर बुलाया गया था। इसके साथ ही दंड प्रक्रिया संहिता की धारा 174 के तहत पूछताछ की कार्यवाही कानून के अनुसार की जा रही है। मृतक संदीप भारद्वाज संगमरमर समेत अन्य पत्थरों का कारोबार करते थे । वह तलाकशुदा थे जो अपनी दो बेटियों और एक बेटे के साथ रहते थे।