जम्मू में मुठभेड़ के बाद अमित शाह ने आज बुलाई हाई लेवल मीटिंग,IB-रॉ चीफ भी होंगे शामिल
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने लेह-लद्दाख के विकास और जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा को लेकर बुधवार (28 दिसंबर) शाम को करीब तीन-चार बजे एक अहम बैठक बुलाई है। इस बैठक में लेह-लद्दाख के उपराज्यपाल, डीजीपी और अन्य अधिकारी मौजूद रहेंगे। गृह मंत्री अमित शाह के अलावा केंद्रीय गृह सचिव, खुफिया एजेंसी आईबी और रॉ के चीफ भी बैठक में शामिल होंगे। मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, जम्मू के सिधरा में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच बुधवार को हुई मुठभेड़ के बाद गृह मंत्रालय ने यह अहम बैठक बुलाई है।
सूत्रों की मानें तो अमित शाह के नेतृत्व में होने वाली इस हाई लेवल मीटिंग में जम्मू-कश्मीर में आतंकवादी गतिविधियों, ड्रोन एक्टिविटी, कश्मीरी पंडितों के पुनर्वास समेत टारगेट किलिंग जैसे मुद्दे पर चर्चा की जा सकती है। बता दें कि खुफिया एजेंसी ने जम्मू-कश्मीर में आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा की साजिश को लेकर पिछले 15 दिनों में 2 अलर्ट जारी किए थे। इनमें लश्कर की नापाक साजिश का खुलासा किया गया था।
जम्मू में आतंकियों से मुठभेड़
जम्मू के बाहरी इलाके सिधरा में बुधवार (28 दिसंबर) तड़के आतंकियों और सुरक्षाबलों की बीच मुठभेड़ हुई। जम्मू के एडीजीपी मुकेश सिंह ने बताया की पुलिस को इलाके में 2-3 आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिली थी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराया।
अधिकारी ने बताया कि 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के पहले सुरक्षा व्यवस्था को बढ़ा दिया गया है। एडीजीपी ने बताया कि इस दौरान बुधवार सुबह संदिग्ध ट्रक दिखाई दिया। ट्रक को चेकिंग के लिए रोका गया। इसी दौरान ट्रक में छिपे आतंकियों ने फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद सुरक्षाबलों ने जवाबी फायरिंग में तीन आतंकियों को मार गिराया।
‘ऑपरेशन ऑल आउट’ जारी
जम्मू-कश्मीर से आतंकियों के खात्मे के लिए सुरक्षाबलों का ‘ऑपरेशन ऑल आउट’ जारी है। सुरक्षाबल घाटी में आतंकियों को चुन-चुन कर उनका सफाया कर रहे हैं। जम्मू-कश्मीर में अब सुरक्षाबलों के इस खास ऑपरेशन का असर भी दिखने लगा है। सूत्रों के मिली जानकारी के मुताबिक, जम्मू कश्मीर में स्थानीय स्तर पर आतंकियों की रिक्रूटमेंट अब कुछ इलाकों तक ही सीमित रह गई है। जल्द ही इसे भी पूरी तरह से खत्म कर दिया जाएगा।
अमित शाह के नेतृत्व में आज होने वाली हाई लेवल मीटिंग में जम्मू-कश्मीर से आतंकियों के सफाये पर अहम चर्चा हो सकती है। सरकार जल्द ही जम्मू-कश्मीर में चुनाव कराने की योजना बना रही है। इससे पहले वहां पर आतंकी गतिविधियों पर काफी हद तक अंकुश लगाने की जरूरत है। इसके अलावा बैठक में कश्मीरी पंडितों और टारगेट किलिंग पर भी चर्चा होने की संभावना है।