मुख्यमंत्री जनता दरबार में सुनवाई नहीं होने से नाराज महिला ने किया आत्मदाह
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग इलाके में मंगलवार को उन्नाव की 30 वर्षीय एक महिला ने पारिवारिक विवाद से परेशान होकर आत्मदाह का प्रयास किया, जिसे गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया है। पुलिस अधिकारियों ने यह जानकारी दी। इसी बीच, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि महिला ने मुख्यमंत्री के ‘जनता दरबार’ में सुनवाई न होने से हताश होकर आत्मदाह का प्रयास किया, जबकि जनता दरबार कार्यक्रम की व्यवस्था की देख-रेख करने वाले एक अधिकारी के मुताबिक महिला कार्यक्रम में आई ही नहीं थी।
पुलिस उपायुक्त (मध्य क्षेत्र) रवीना त्यागी ने बताया कि गौतम पल्ली थाना क्षेत्र के विक्रमादित्य मार्ग पर 19 बीडी चौराहे के पास एक महिला ने खुद पर ज्वलनशील तरल पदार्थ डालकर आत्मदाह की कोशिश की। उन्होंने बताया कि आसपास मौजूद रहे पुलिसकर्मियों ने बमुश्किल आग बुझायी और उसे लखनऊ के डॉ. श्यामा प्रसाद मुखर्जी सिविल अस्पताल में भर्ती कराया। महिला 90 फीसदी तक झुलस गई है और उसका इलाज किया जा रहा है।
उन्होंने बताया कि प्रथम दृष्टया ऐसा लगता है कि संभवत: पारिवारिक विवाद के कारण उसने यह कदम उठाया। सूत्रों के मुताबिक महिला की पहचान अंजलि जाटव के रूप में हुई, जिसने अपने पति और ससुराल पक्ष के अन्य लोगों पर प्रताड़ना का आरोप लगाया था। उन्नाव जिला प्रशासन ने इस मामले में कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे, जिसके तहत आरोपी पति और उसके भाई को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया था। सूत्रों के अनुसार, महिला का एक साल का बच्चा भी है, जिसे महिला अपने साथ लखनऊ ले आई थी। अधिकारियों ने बताया कि बच्चे की देखभाल के लिए उचित प्रबंध किए जा रहे हैं।
अखिलेश यादव ने भाजपा पर बोला हमला
इस बीच, सपा के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस मुद्दे को लेकर सरकार को घेरने की कोशिश की। उन्होंने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर पोस्ट कर कहा कि भारतीय जनता पार्टी सरकार से जनता की नाउम्मीदगी वाकया तक देखने को मिला, जब लखनऊ में मुख्यमंत्री जी के ‘जनता दरबार’ में पहुंची पीड़ित महिला ने सुनवाई न होने से हताश होकर अपने छोटे बच्चे को किनारे बैठाकर आत्मदाह किया। भाजपा के लिए जनता, सिर्फ मतदाता है। भाजपा के लिए चुनाव खत्म मतलब जनता से सरोकार खत्म।
उन्होंने कहा कि महिला के प्रति सहानुभूति का भाव रखा जाए और उसके जीवन को बचाने के लिए सर्वश्रेष्ठ इलाज कराया जाए। महिला के परिजन और जनता नजर रखें, कहीं ऐसा न हो कि भाजपा सरकार की नाकामी के खिलाफ प्रदर्शन के रूप में आत्मदाह करने पर उस महिला के खिलाफ भाजपा सरकार गुपचुप कोई कार्रवाई कर दे।