ममता को एक और झटका;कानून मंत्री मोलॉय घटक के घर CBI का छापा
नई दिल्ली। टीएमसी के लिए मुसीबत बढ़ते जा रही है। जहां पहले की पार्टी के नेता जांच एजेंसियों की नजर में वहीं अब एक और झटका पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी को लगा है। दरअसल केंद्रीय जांच ब्यूरो ने आसनसोल में पश्चिम बंगाल के कानून मंत्री मोलॉय घटक के घर पर छापेमारी की। सूत्रों के अनुसार,कोलकाता से सीबीआई के छह अधिकारी उस परिसर में दाखिल हुए हैं। घटक न केवल राज्य के पीडब्ल्यूडी और कानून मंत्री हैं बल्कि पार्टी के एक वरिष्ठ नेता भी हैं। यह छापेमारी कोयला तस्करी घोटाले के सिलसिले में मानी जा रही है।
कोयला घोटाला क्या है?
नवंबर 2020 में सीबीआई द्वारा प्राथमिकी दर्ज की गई थी, जिसमें आसनसोल और उसके आसपास पश्चिम बंगाल के कुनुस्तोरिया और कजोरा क्षेत्रों में ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड की खदानों से संबंधित करोड़ों रुपये के कोयला चोरी का आरोप लगाया गया था। इसके आधार पर ईडी ने धन की रोकथाम के प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया था। स्थानीय कोयला ऑपरेटर अनूप मांझी को इस मामले में मुख्य संदिग्ध माना जा रहा है। अब तक केंद्रीय एजेंसी मामले में टीएमसी युवा विंग के नेता विनय मिश्रा के भाई विकास मिश्रा और बांकुरा थाना के पूर्व प्रभारी निरीक्षक अशोक कुमार मिश्रा को गिरफ्तार कर चुकी है।
ईडी ने दावा किया है कि मांझी पश्चिम बंगाल में एक राजनीतिक दल के वरिष्ठ पदाधिकारियों को मैनेज कर अवैध कोयला खनन का कारोबार सुचारू रूप से चला रहा था। यह कहते हुए कि विनय मिश्रा अभिषेक बनर्जी के बहुत करीबी हैं, केंद्रीय एजेंसी ने आरोप लगाया कि मांझी ने अपराध की आय से प्राप्त पर्याप्त धन को लंदन और थाईलैंड में डायमंड हार्बर सांसद की पत्नी और भाभी को स्थानांतरित करने में सहायता की। जबकि बनर्जी पर अवैध कोयला खनन व्यवसाय से प्राप्त धन के लाभार्थी होने का आरोप लगाया गया है, उन्होंने सभी आरोपों से इनकार किया है।
अगस्त 8 में पश्चिम बंगाल कैडर के आईपीएस अधिकारी ज्ञानवंत सिंह (एडीजी, स्पेशल टास्क फोर्स), कोटेश्वर राव नलवथ [एसपी, (मुख्यालय) एसीबी],श्याम सिंह (डीआईजी, सिविल डिफेंस),एस सेल्वामुरुगन (पुरुलिया एसपी), राजीव सहित मिश्रा (एडीजी और आईजीपी, इंटेलिजेंस ब्रांच) को भी इस मामले में तलब किया गया था। ईडी कई मौकों पर अभिषेक बनर्जी और उनकी पत्नी रुजीरा से भी कोयला घोटाले के सिलसिले में पूछताछ कर चुकी है।