इमरान की हकीकी आजादी मार्च से पहले इस्लामाबाद में फौज तैनात,गृह युद्ध का खतरा
नई दिल्ली। पाकिस्तान में कई तरह के मुकदमों का सामना कर रहे पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने मौजूदा सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. इमरान खान को हाल ही में चुनाव आयोग से झटका लगा है,लेकिन इसके बावजूद वो लगातार चुनाव कराए जाने की मांग पर अड़े हैं। इसे लेकर आज से इमरान खान ‘हकीकी आज़ादी’मार्च शुरू करने जा रहे हैं। जिससे सरकार को नेशनल असेंबली को भंग करने और मध्यावधि चुनावों की घोषणा करने के लिए बाध्य किया जा सके। इस दौरान इमरान खान के साथ उनके सैकड़ों समर्थक भी मौजूद दिखेंगे। इमरान खान का यह लॉन्ग मार्च लाहौर के लिबर्टी चौक से शुरू होगा और इस्लामाबाद तक पहुंचेगा। लेकिन इस मार्च के ठीक पहले इस्लामाबाद में भारी संख्या में फौज की तैनाती की गई है। इसके बाद गृह युद्ध का खतरा बढ़ गया है।
इमरान ने कहा- नहीं तोड़ेंगे कोई कानून
सूत्रों के मुताबिक,अगर जरूरत पड़ी तो इमरान खान की गिरफ्तारी भी हो सकती है, इस बात से पाकिस्तान की शहबाज शरीफ सरकार भी इनकार नहीं कर रही है। सूत्रों ने ये भी बताया कि इमरान खान के मौजूदा रुख से वहां की सेना खुश नहीं है। हकीकी मार्च से पहले इमरान खान ने कहा कि हम किसी भी हिंसा के लिए इस्लामाबाद नहीं जा रहे हैं,हम कोई कानून नहीं तोड़ेंगे। हम उच्च सुरक्षा क्षेत्र ‘रेड जोन’ में प्रवेश नहीं करेंगे, हम राजधानी में उस स्थान पर विरोध प्रदर्शन करेंगे,जिसे सर्वोच्च न्यायालय ने नामित किया गया है।
पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने ये भरोसा दिलाया कि मार्च में शामिल सभी लोग शांतिपूर्ण व्यवहार करेंगे। इमरान ने कहा कि हकीकी आज़ादी के लिए हमारा मार्च होगा और इसकी कोई समय सीमा नहीं होगी। इमरान खान ने इस मार्च को राजनीति से इतर बताया। उन्होंने कहा कि हकीकी मार्च कुछ अलग होगा। ये लड़ाई इन चोरों के साथ है, ये आजादी की लड़ाई है। ये लोग तय करेंगे कि देश किस तरफ जाएगा,ये सब हम पर थोपा गया है।