आकांक्षा दुबे केस,सामने आ गया बहुत बड़ा राज!
वाराणसी | भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे की मौत के मामले में पुलिस ने समर सिंह के बाद उसके दोस्त संजय सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया है। क्राइम ब्रांच और सारनाथ थाने की पुलिस की संयुक्त टीम ने उसे वाराणसी से पकड़ा। संजय सिंह आजमगढ़ जिले के बिलरियागंज थाना क्षेत्र के गद्दोपुर गांव का रहने वाला है। पुलिस के अनुसार, संजय अदालत में समर्पण करने की फिराक में था। संजय को अदालत में पेश कर न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया।
पुलिस पूछताछ में किया ये खुलासा
पुलिस की पूछताछ में संजय सिंह ने बताया कि आकांक्षा दुबे से उसकी सिर्फ एक बार मुलाकात हुई थी। आकांक्षा और उसके बीच कभी बातचीत भी नहीं होती थी। बीते 27 मार्च को मुकदमा दर्ज होने के बाद से वह भूमिगत क्यों था? पुलिस के इस सवाल पर संजय ने कहा कि वह आज तक कभी कानूनी पचड़े में नहीं फंसा था। मुकदमा दर्ज होने की जानकारी मिली तो वह डर गया था। इसी वजह से वह घर और लखनऊ स्थित ऑफिस छोड़कर मोबाइल स्विच ऑफ कर इधर-उधर छुपता फिर रहा था।
समर के प्रमोशन का काम देखता था
पुलिस के अनुसार, संजय सिंह जिला जेल में बंद समर सिंह के यूट्यूब चैनल के प्रोडक्शन, डिस्ट्रीब्यूशन और मैनेजमेंट का काम देखता था। समर के लेनदेन संबंधी काम और वित्तीय मामलों में भी संजय की एक अहम भूमिका रहती है। इसी वजह से समर के चुनिंदा करीबियों में से संजय की गिनती होती है।
बता दें कि भोजपुरी अभिनेत्री आकांक्षा दुबे को आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोपी गायक समर सिंह की पुलिस रिमांड मंजूर कर ली गई है।
सिविल जज जूनियर डिवीजन/फास्ट ट्रैक कोर्ट द्वितीय तनया गुप्ता की अदालत ने बुधवार को समर सिंह की पुलिस रिमांड मंजूर की। समर की पुलिस कस्टडी रिमांड गुरुवार सुबह 10 बजे से शुरू होगी। 17 अप्रैल की शाम पांच बजे समर सिंह को जिला जेल में वापस दाखिल किया जाएगा। अदालत में समर सिंह जिला जेल से वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पेश हुआ।
अदालत ने कहा है कि समर को कस्टडी में लेते समय और जेल में दाखिल करने के दौरान पुलिस मेडिकल मुआयना कराएगी। कस्टडी रिमांड के दौरान समर के अधिवक्ता उससे 20 मीटर की दूरी पर रह सकते हैं, लेकिन वह पुलिस के किसी काम में व्यवधान नहीं पैदा करेंगे। पुलिस कस्टडी रिमांड के दौरान समर सिंह के साथ किसी भी तरह का अमानवीय व्यवहार नहीं किया जाएगा।